मुजफ्फरनगर में 2 अप्रैल को एससी एसटी एक्ट को लेकर हुए उपद्रव में पुलिस लगातार सीसीटीवी फुटेज और वीडियो ग्राफी के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज रही है। इसी क्रम में वीडियो फुटेज की मदद से पुलिस ने देर रात बसपा के जिला अध्यक्ष कमल गौतम को गिरफ्तार किया था। जिसे शुक्रवार को जेल भेज दिया है। बसपा के जिला अध्यक्ष कमल गौतम की गिरफ्तारी ने नाराज बसपा के सभी बड़े नेता आज एसएसपी से मिले और अपनी नाराजगी जहीर करते हुए निष्पक्ष जाँच करने की माँग की।

CCTV और वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस कर रही है चिन्हित

बता दें कि 2 अप्रैल को कोर्ट के आदेश के बाद दलित समुदाय ने भारत बंद किया था। इस दौरान जगह जगह हिंसा व झड़प हुई थी। इस मामले में जहां जेल गए कमल गौतम का कहना है की उन्हें राजनीतिक कारणों से झूठा जेल भेजा जा रहा है। तो वहीं एसएसपी अनंत देव तिवारी की मानें तो 2 अप्रैल के उपद्रव में अब तक वीडियो ग्राफी के माध्यम से 400 लोगों को चिन्हित किया गया है। जिनमें 25 से 30 अलग अलग ग्रुप के वो लोग है जो भीड़ को इकठ्ठा करके लाये जिनका उन्होंने नेतृत्व किया है। थे और उन्हें फिर उकसाया भड़काया था।

पुलिस के पास उपलब्ध है साक्ष्य

आज कमल गौतम को जेल भेजा है। और उनके खिलाफ पुख्ता सबूत भी है। कमल गौतम शराब पिलाकर के ढ़ेर सारे लोगों को लाया गया और उनको उकसाया गया और सारे बाजार को जबरदस्ती बंद कराया गया लाठी डंडी से लैस थे। व्यापारियों का उत्पीड़न किया गया। उसके बाद रेलवे ट्रैक बाधित किया गया। इन सब में इनके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य आये है। पुलिस कार्यवाही में जो जिजे अब सामने आ रही है उससे ये भी इंकार नहीं किया जा सकता है की इस आंदोलन को उपद्रव में तब्दील करने के पीछे कोई राजनितिक साजिश भी हो सकती है।

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