पूर्व विधायक चन्द्र भद्र सिंह को बसपा सुप्रीमो मायावती ने बनाया सुल्तानपुर लोकसभा का उम्मीदवार

भगोड़े को बसपा ने लगाया गले , बनाया सुल्तानपुर लोकसभा का उम्मीदवार
  • सुल्तानपुर जनपद के पूर्व विधायक चन्द्र भद्र सिंह पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भरोसा जताकर लोकसभा का टिकट दे दिया , जिसकी औपचारिक घोषणा मुख्य जोन इंचार्ज फैजाबाद/देवीपाटन मण्डल त्रिभुवन दत्त ने की ।
  • टिकट की घोषणा होने के बाद विपक्षी पार्टियों ने मायावती पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश मेंं माफियाओं की सरपरस्त मायावती हैं जिसका उदाहरण लोकसभा चुनाव में टिकट वितरण में देखा जा सकता है ।
इस मामले में बाहुबली पूर्व विधायक चल रहे फरार
  • बताते चलें की 2016 में ब्लॉक प्रमुख पद हेतु निर्वाचन प्रस्तावित था , जिस पर समाजवादी पार्टी ने नीलम कोरी को प्रत्याशी घोषित किया था ।
  • समाजवादी पार्टी से जिलापंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह , प्रतिनिधि शिव कुमार सिंह समेत दर्जनों लोग पार्टी प्रत्याशी नीलम कोरी का 5 – 2 – 2016 को नामांकन दाखिल कराने पहुंचे थे ।

जहां आरोप है कि चन्द्र भद्र सिंह , यशभद्र सिंह मोनू समेत अन्य लोगों ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए आपराधिक बल का प्रयोग किया , जिसकी तहरीर वादिनी नीलम कोरी ने कुरेभार थाने पर दर्ज कराई थी , और यह मामला माननीय न्यायालय में विचाराधीन हैं ।

  • स्पेशल जज एमपी/एमएलए कोर्ट इलाहाबाद ने चन्द्र भद्र सिंह सोनू , यश भद्र सिंह मोनू समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ गैरजमानती वारंट समेत फरार घोषित कर उदघोषणा की कार्यवाही जारी है ।
दलबदलुओं में शुमार हैं , चन्द्र भद्र सिंह सोनू

बाहुबली चन्द्र भद्र सिंह सोनू ने 2002 में राजनीति में दखल दिया और समाजवादी पार्टी के टिकट से पहली बार विधानसभा में पहुंचे , तो वहीं 2007 में बसपा के नीले झंडे के बैनर तले विधानसभा में इसौली की जनता का प्रतिनिधित्व किया , तो वहीं दूसरी तरफ देश की आजादी के बाद से धनपतगंज ब्लॉक प्रमुख पद पर भद्र परिवार का कब्जा रहा ।

बसपा सुल्तानपुर की यूनिट में कानूनगो राम कुमार यादव हत्याकांड में मुख्य आरोपी रहे चन्द्र भद्र सिंह सोनू व यश भद्र सिंह मोनू समेत अन्य आरोपी बने थे , जिसको लेकर बसपा यूनिट ने 2012 विधानसभा चुनाव में चन्द्र भद्र सिंह सोनू का विरोध किया ।

  • तो बाहुबली सोनू सिंह ने पीस पार्टी से पंखा तो चलाया , लेकिन इसौली की जनता ने नकार दिया और सोनू सिंह को पराजय हांथ लगी ।
  • 2014 लोकसभा चुनाव के शुरुआती दौर में भद्र बंधुओं ने भाजपा का दामन थाम कर भाजपा के प्रत्याशी रहे फिरोज वरूण गांधी के सारथी बने और भाजपा को लोकसभा चुनाव में विजय श्री हासिल हुई ।

इसी दौरान सपा जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह के खिलाफ अविस्वाश प्रस्ताव लाकर यश भद्र सिंह मोनू को जिलापंचायत अध्यक्ष बनाने की कवायद की गयी , लेकिन भाजपा संगठन ने खुलकर विरोध दर्ज कराया जिसके चलते यश भद्र सिंह मोनू को शिकस्त हांथ लगी , तो वहीं ऊषा सिंह अपनी कुर्सी बचाकर जिलापंचायत अध्यक्ष पद पर बरकरार रहीं ।

 

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