सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में उत्तीर्ण और काउंसलिंग से बाहर किए गए विभिन्न जिलों से आये सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी शुक्रवार दोपहर को विधानसभा के सामने पहुँच गए। इस दौरान अभ्यर्थी सड़क पर लेटकर प्रदर्शन करने लगे। पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोक रोका तो वह उग्र हो गए। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी लोहे की बैरिकेडिंग तोड़कर बवाल करते हुए जब पुलिस से भिड़ गए तो पुलिस ने उन पर बर्बर लाठीचार्ज कर दिया। अचानक कुछ सेकेंड में ही वहां लाठीचार्ज से भगदड़ मच गई। लाठीचार्ज में कई के सिर फट गए। जिन्हे पुलिस ने सिविल अस्पताल में भर्ती कराया है। लाठीचार्ज के दौरान कई सहायक अभ्यर्थी घायल हो गए और कर्ई मौके पर ही बेहोश हो गए है। काफी देर तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने किसी तरह स्थिति संभाली। हालांकि इस दौरान उधर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। जिसे घंटो की मशक्कत के बाद सही किया जा सका। हंगामे के बाद मौके पर भारी सख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया। वहीं कई अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है।

शुक्रवार दोपहर पुलिस ने बीटीसी अभ्यर्थियों में पुरुष/लड़कियों पर अपना गुस्सा उतारा। भविष्य दांव पर लगता देख बीटीसी अभ्यर्थी पिछले कई महीनों से संघर्ष कर रहे हैं। अभ्यर्थी कई बार पुलिस की लाठियों का शिकार हो चुके हैं। बता दें कि निष्‍पक्ष तरीके से शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर शिक्षकों का प्रदर्शन लगातार जारी है। 68500 शिक्षक भर्ती की हरी झंडी मिलने के बाद परीक्षा में पास हुए 41556 अभ्यर्थियों की काउंसलिंग शुरू होने थी। लेकिन जो सूची जारी की गई, उसमें 34660 अभ्यर्थियों का ही चयन हुआ। बचे हुए अभ्यर्थियों ने आरक्षण की वजह से नाम हटाने का आरोप लगाते हुए पिछले दिनों भी निशातगंज स्थित एससीईआरटी कार्यालय का घेराव कर दिया और जमकर नारेबाजी की थी। शुक्रवार को भी सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों के पहुंचने से पुलिस महकमे में भी हड़कम्प मच गया। जिसके बाद भारी पुलिस बल विधानसभा के बाहर तैनात कर दिया गया।

अभ्यर्थियों का आरोप है कि आरक्षण के चलते जनरल कैटेगरी के 5696 अभ्यर्थियों को सूची से हटा दिया गया है। जबकि 68500 अभ्यर्थियों में से 41556 अभ्यर्थी परीक्षा में पास हुए थें। जिन्हें नियुक्ति देने की बात कही गई थी, लेकिन जो सूची जारी की गई है उसमें 34660 अभ्यर्थियों का ही नाम आया है। जिसमें 5696 जनरल कैटेगरी के अभ्यर्थियों को आरक्षण के चलते सूची से बाहर कर दिया गया। अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर विधानसभा का घेराव करने पहुंचे थे। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं पूरी हुई तो लगातार प्रदर्शन जारी रहेगा। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया की कुछ लोगों ने कोर्ट चले गए। जिस कारण हम लोगों को चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया। अभ्यर्थी रोहित मिश्रा का कहना है कि कोर्ट ने कहा है कि नियोक्ता चाहे तो कोर्ट की अनुमति लेकर नियुक्ति दे सकता है लेकिन सरकार उनकी अनदेखी कर रही है।

[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”Crime News” background=”” border=”” thumbright=”yes” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”up_crime_categories” orderby=”random”]

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें