बुलंदशहर स्याना में हुई हिंसा के के बाद गोकशी के आरोप में आरोपी बनाकर 4 लोगों को जेल भेजने मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही हुई उजागर।
- बुलंदशहर के स्याना में हुई गौकशी के आरोप में पहले जेल भेजे गए 4 आरोपी जांच में निकले निर्दोष।
- जल्दबाजी में पुलिस ने भेजे दिए थे जेल।
- बुलन्दशहर के एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव ने स्वीकारी गलती।
- 5 दिसंबर को जेल भेजे गए साजिद, सरफुद्दीन, बन्ने खा व आसिफ को अब पुलिस 169 की कार्यवाही कर जेल से निकलने में है जुटी।
- एसआईटी की निष्पक्ष जांच के बाद गोकशी के तीन सही आरोपियों हुई पूछताछ के बाद हुआ खुलासा।
- स्याना में गोकशी की वारदात के बाद ही हुई थी हिंसा।
- उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिला के स्याना थाना क्षेत्र में पिछले दिनों हुए बवाल में गोली लगने से इंस्पेक्टर सुबोध के साथ सुमित की मौत हो गई थी।
- मृतक सुमित के परिजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए बुधवार को लखऩऊ पहुंचे।
- लगभग 11 बजे के आसपास इनकी मुलाकात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई।
- सुमित के पिता ने बताया कि ‘सीएम योगी ने हमें मिलने के लिए विधानसभा बुलाया था।
- हमने सीएम से मृत बेटे को शहीद का दर्जा दिए जाने के लिए बात की है।
- सीएम ने परिवारीजनों से मिलकर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
- सीएम ने उनसे कहा कि प्रदेश सरकार आपके लिए हर समय हर सेवा के लिए तैयार है।
- मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
सीएम ने कहा कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है।
- सीएम में पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया कि इस मामले में सरकार निष्पक्ष कार्रवाई कर रही है।
- कोई भी आरोपी बख्शा नहीं जायेगा।
- सीएम ने पीड़ित परिवार से करीब आधे घंटे तक मुलाकात की।
- सुमित का परिवार एडीएम बुलंदशहर के साथ लोकभवन सुबह 11 बजे पहुंचा था।
- परिजनों में सुमित का भाई, माता-पिता और बहन शामिल थे।
गौरतलब है कि बुलंदशहर जिले के स्याना थाना क्षेत्र के चिंगरावठी गांव में 3 दिसंबर को गोकशी की सूचना पर जमकर बवाल हुआ था। इस दौरान चिंगरावटी गांव में काफी संख्या में हिंदूवादी संगठन और ग्रामीण एकत्र हो गए। गुस्साए लोगों ने चिंगरावटी चौराहे को जाम कर दिया और पुलिस चौकी में खड़े वाहनों में आग लगा दी थी।
- इस घटना में स्याना इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और भाजपा कार्यकर्ता सुमित कुमार की गोली लगने से मौत हो गई थी।
- मामले में मृतक के परिजनों ने घटना के बाद शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया था।
- बाद में पुलिस प्रशासन व नेताओं के आश्वासन के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार किया था।
- बता दें कि, इसके बाद पुलिस-प्रशासन ने सुमित के परिजनों की कोई सुध नहीं ली थी।
- सुमित के पिता की तहरीर पर छह दिन बाद पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी।
फिलहाल परिजन अपने बेटे की मौत के बाद मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
- इससे पहले भी सुमित के परिजन अनशन पर बैठे थे।
- तब एडीएम प्रशासन के समझाने पर उन्होंने अनशन समाप्त कर दिया था।
- उसके बाद से सुमित के पिता लगातार मुआवजे की मांग करते आ रहे हैं।
- पिछले दिनों उन्होंने बेटे की तेहरवीं के बाद चेतावनी दी थी कि अगर उनकी बातों पर सरकार और प्रशासन ने गौर नहीं किया तो वे अपनी पत्नी के साथ सीएम के आवास के सामने आत्मदाह कर लेंगे।
- इसके बाद परिवार को सीएम से मिलवाया गया है।
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