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राजधानी के आशियाना थाना क्षेत्र में चुनाव ड्यूटी में लगाये गये स्कूल बस ड्राइवर की बासी खाना खाने से मौत हो गई। मौत से गुस्साएं बस ड्राइवरों ने डीएम को दौड़ा लिया।

  • ड्राइवरों ने चार गाड़ियों में तोड़फोड़ की और अखिलेश यादव मुर्दा बाद के नारे लगाये।
  • बवाल बढ़ता देख पीएसी सहित दर्जनों थानों की फोर्स मौके पर तैनात कर की गई।
  • चुनाव के लिए लायी गई बस ड्राइवरों का आरोप है कि ड्यूटी के दौरान सही खाना नहीं खिलाया जा रहा जिसके कारण चालक की तबियत खराब हुई।
  • जब तक उसे अस्पताल ले जाया गया तबतक उसकी मौत हो गई।
  • वहीं इस घटना के बाद प्रशासन का कहना है कि ड्राइवर की मौत हार्टअटैक से हुई है।
  • घंटों चले बवाल के बाद जब प्रदर्शनकारी ड्राइवर नहीं हटे तो प्रशासन की तरफ से मुआवजे और मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी का ऐलान किया गया इसके बाद प्रदर्शन समाप्त हो सका।
  • पुलिस ने मृतक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

अगले पेज पर देखिये हंगामे का वीडियो:

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यह है पूरा घटनाक्रम

  • जानकारी के मुताबिक, राम कुमार (40) पुत्र बाबू लाल निवासी जहांगीर बेगरिया, गोसाईगंज गोमतीनगर के एक निजी स्कूल का बस चालक है।
  • चुनाव में बसों की आवश्यकता अनुसार उन्हें पकड़कर आशियाना लगाया गया था।
  • जहां शुक्रवार दोपहर में बासी खाना खाने से उसके पेट में दर्द होने लगा।

  • जब अधिकारियों ने बस ड्राइवर को ड्यूटी पर चलने को कहा, तो पेट में दर्द होने के कारण उसने गाड़ी चलाने से मना कर दिया।
  • इस बात को लेकर अधिकारयों और ड्राइवर के बीच काफी झड़प हुई।
  • झड़प के बाद उसके सीने में तेज दर्द उठा, जब तक लोग कुछ समझ पाते वह जमीन में गिरकर तड़पने लगा।
  • आनन-फानन में उसे इलाज के लिए लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसी मौत हो गई।

ड्राइवरों ने प्रदर्शन कर काटा हंगामा

  • मौत से गुस्साएं सभी बस ड्राइवरों ने प्रदर्शन और हंगामा शुरूकर दिया।
  • हंगामें के दौरान ड्राइवरों ने अखिलेश यादव मुर्दा बाद के नारे लगाये, अधिकारियों पर हत्या का आरोप लगाया।

  • धीरे-धीरे हंगामा तोड़फोड़ में बदलने लगा। इस दौरान चार गाड़ियों में तोड़फोड़ की।
  • मामला बढ़ता देख पुलिस ने इसकी सूचना एसएसपी सहित डीएम को दी।
  • घटना की जानकारी पाकर एसएसपी सहित डीएम मौके पर पहुंचे।
  • जहां गुस्साएं ड्राइवरों ने डीएम को मारने के लिए दौड़ा लिया।
  • घटना के बाद से ड्राइवरों का आक्रोश देखते हुए दर्जनों थानों की फोर्स मौके पर बुला ली गई। वहीं मौके पर पीएसी तैनात कर दी गई है।

चुनाव आयोग की तरफ से मुआवजे का ऐलान

  • इस सम्बंध में सीओ कैंट ने बताया कि सभी ड्राइवरों को खाना अपने पैसों से ही खाना पड़ता है।
  • ड्राइवर रामकुमार ने 3 बजे पेट में दर्द होने की बात कही, जिसे इलाज के लिए लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया।
  • जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही शराब के नशे में धुत ड्राइवरों ने हंगामा करना शुरूकर दिया।
  • इस मामले में मौके पर मौजूद ड्राइवरों ने बताया कि मृतक रामकुमार के परिवार वालों को चुनाव आयोग की तरफ से 10 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया गया है।
  • जबकि एक लाख रुपये परिवहन विभाग की तरफ से दिया गया है।
  • वहीं सरकार की तरफ से भी मुआवजे का ऐलान कर मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया गया है। इसके बाद ड्राइवरों ने प्रदर्शन समाप्त कर दिया।
  • ड्राइवर की मौत के बाद उसके घर में कोहराम मचा हुआ है।

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