उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ दिमागी बुखार के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से संचार अभियान की शुरूआत करने जा रहे है। दिमागी बुखार जैसी जल जनित तथा विषाणुओं से फैलने वाली बीमारियों के खिलाफ 5 फरवरी से गोमतीनगर स्थित होटल हयात से अभियान की शुरूआत की जा रही है। यूनिसेफ और स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान की शुरूआत मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी द्वारा किया जाएगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य दिमागी बुखार के प्रति प्रदेशवासियों को जागरूक करना है। इस दौरान सिद्धार्थनाथ सिंह, आशुतोष टंडन, महेंद्र सिंह आदि लोग मौजूद रहेंगे।

दिमागी बुखार के खात्मे के लिए संकल्पबद्ध योगी सरकार

पूर्वांचल में दिमागी बुखार के दानव के खात्मे के लिए मुख्यमंत्री माननीय सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पूरी तरह संकल्पबद्ध है। बच्चों को दिमागी बुखार से बचाने के लिए पहली बार प्रदेश में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में योजनाबद्ध कार्य शुरू हुआ है।
प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि पहली बार भाजपा सरकार ने दिमागी बुखार की रोकथाम के लिए महीने वार कैलेंडर तैयार किया है। हर महीने के अलग-अलग लक्ष्य तैयार किए गए हैं। दिमागी बुखार से पीड़ित पूर्वांचल के नौ जिलों के जिला अस्पतालों में बनाए गए पीड्रियाटिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पीकू) में बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। दिमागी बुखार के लिए बनाई कई कार्ययोजना की निगरानी और सर्विलांस के लिए एक विशेष दस्ते का गठन भी किया गया है। कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं दिमागी बुखार के निरोधात्मक उपायों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री  ने स्वास्थ्य विभाग की कार्ययोजना देखी और दिमागी बुखार के खिलाफ जंग में सरकारी के साथ निजी डॉक्टरों को भी जोड़ने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारियों को किया निर्देशित

मुख्यमंत्री योगी ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये जिलाधिकारियों से कहा कि अप्रैल से दिमागी बुखार, डेंगू, जे0ई0, कालाजार इत्यादि के विरुद्ध एक पखवाड़े तक अभियान चलाया जाये। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित विभाग इसमें अपना सक्रिय और प्रभावी योगदान सुनिश्चित करें, ताकि इन बीमारियों पर नियंत्रण पाया जा सके। सरकार का लक्ष्य इन बीमारियों से हो रही मौतों को रोकना है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी । इस अभियान में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाए।

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