यादव सिंह ने ‘पैसे कमाने की इंजीनियरिंग’ की पढ़ाई बहुत कम समय में पूरी कर ली। वह 1981 में जूनियर इंजीनियर के पद पर भर्ती हुए। मायावती सरकार के दौरान 1995 में चीफ इंजीनियर के पद तक पहुंचे। अखिलेश सरकार आने के बाद यादव सिंह को सस्पेंड कर दिया गया।
इंजीनियर यादव सिंह

- उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा।
- मामले की जांच सीबीसीआईडी को सौंपी गई.
इंजीनियर यादव सिंह
- बाद में अखिलेश सरकार उन्हें बहाल कर तीनों अथॉरिटी की जिम्मेदारी सौंप दी गई।
- जिसके कारण अखिलेश सरकार काफी विवादों में भी रही।
- यादव सिंह पर 954 करोड़ के घोटाले का आरोप लगा है।
- आयकर विभाग के बात मानें, तो यादव सिंह के पास 1000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है।
- यादव सिंह समेत 13 लोंगों के खिलाफ सीबीआई ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की।
- जेई राजीव कुमार को भी बनाया गया आरोपी।
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- जेई ओमपाल सिंह, वीके गोयल का भी नाम चार्जशीट में शामिल।
- यादव सिंह के बेहद खास पंकज जैन का नाम भी चार्जशीट में।
यादव सिंह की पत्नी कुसुमलता का नाम चार्जशीट में शामिल.
- पत्नी कुसुमलता के खाते से किया जाता था पैसों का लेनदेन।
- CBI कई बार कुसुमलता से भी पूछताछ कर चुकी है।
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- सीबीआई ने 3 बड़ी फर्म का भी नाम अपनी चार्जशीट में दाखिल किया है।
- इन 3 बड़ी फर्म पर भ्रष्टाचार का आरोप है।
- जिनमें तिरुपति कंस्ट्रक्शन 53 करोड़, JSP कंस्ट्रक्शन पर 21.99 करोड़ के घोटाले का आरोप है।
- NKG इंफ्रास्ट्रक्चर पर 87 करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप।
- नोएडा अथॉरिटी के APE भी सीबीआई की लिस्ट में शामिल हैं।
- NKG को उत्तराखंड में भी मिले हुए हैं कई ठेके।
- आरोपी प्रदीप गर्ग भी चार्जशीट में शामिल।
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Ashutosh Srivastava
Reporter at uttarpradesh.org, News Junkie,Encourager not a Critique Admirer of Nature.