बढ़ते ठंड को देखते हुए प्रदेश के मुखिया  सीएम योगी ने  जिला प्रशासन द्वारा अलाव और रैन बसेरों की समुचित व्यवस्था के लिए सख्त निर्देश दिए हुए हैं। ठंड से किसी गरीब, मजलूम और मुशाफ़िरो को किसी प्रकार भी तरह का कोई दिक्कत न हो । जिसके लिए खुद सीएम ने सरकारी व गैर सरकारी रैन बसेरा का मौके पर पहुंच कर जायजा ले रहे है। इसी दौरान गाजीपुर के नगरपालिका परिषद के द्वारा गंगा के किनारे स्टीमर घाट पर बनवाया गया है। जिसमें दो दिन पूर्व ताला लटका हुआ था। हमने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था। रैन बसेरा में ताला लटकने को लेकर नगर पालिका परिषद की चेयरमैन सरिता अग्रवाल ने संज्ञान लेते हुए अपने पति व पूर्व चेयरमैन विनोद अग्रवाल और समर्थकों संग रात 9 बजे रैन बसेरा पहुचीं और रैन बसेरा का जायजा लिया । इस दौरान रैन बसेरा में ठहरे मुसाफिरों का भी हाल जाना।

बीते दिनों रैन बसेरे में लटका मिला था ताला

प्रदेश में चालीस लाख आबादी वाले गाजीपुर जिले की इकलौती रैन बसेरा। जहॉं 2 दिन पूर्व इस रैन बसेरा मे ताला लटका हुआ था। इस रैन बसेरा में लटके ताला की खबर को प्रमुखता से दिखाया गया था। जिसके बाद नगर पालिका परिषद की नींद खुली और अपने समर्थकों सहित अध्यक्ष सरिता अग्रवाल रैन बसेरा का जायजा लेने पहुचीं। इस दौरान रैन बसेरा में ठहरे मुशाफ़िरो का भी जायजा लिया।

रैन बसेरे में लगे ताले को ठहराया सही

नगर पालिका परिषद अध्यक्ष के पति व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने माना कि रैन बसेरा में ताला बंद था। इस दौरान उन्होंने कहा कि 10 मिनट के लिए रैन बसेरा का अटेंडेंट खाना खाने चला गया था। उसी दौरान मीडिया के लोग पहुंच गए थे और ताला बंद होने की खबर को दिखाया गया था। रैन बसेरा में ज्यादा समान होने की दशा में खुला छोड़कर जाना संभव नहीं था इसलिए ताला बंद था। वहीं एक सवाल के जबाब में कहा कि इस तरह का रैन बसेरा रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड पर होना चाहिए। जिस पर उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद की यही खाली जामीन थी ।जिसकी वजह से यहां बनवाया गया है। और दूसरा उद्देश्य यहाँ बनवाने का ये है कि शहर के पूर्वी छोर पर घनी आबादी है और शादी विवाह के लिए इस क्षेत्र में जगह की कमी है।  ये रैन बसेरा उसकी भी पूर्ति करेगा। वहीं उन्होंने अलाव के बारे में बताया कि शहर के 92 जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है।

नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष सरिता अग्रवाल ने बताया कि ये नगर पालिका परिषद द्वारा सराहनीय कार्य किये गए है। यहां पर ये रैन बसेरा इसलिए बनवाये गए है कि यहां पर लोगो की जरूरत थी और हमारे पास यहां जमीन भी थी। रही बात रेलवे स्टेशन या रोडवेज के पास रैन बसेरा बनवाने की तो इस पर विचार किये जायेंगे। वही मीडिया ने रेलवे स्टेशन पर रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के सहयोग से रैन बसेरा बनाने की बात पर कहा कि अभी इस संबंध में मंत्री जी से कभी बात नहीं हुई। लेकिन भविष्य में रेलवे स्टेशन पर रैन बसेरा बनाने के लिए उनसे बात करने की बात कही। वहीं रैन बसेरा में ठहरे मुशाफ़िरो ने तारीफ करते हुए ठंड से बचाव के लिए बेहतरीन बताया।

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