अंग्रेजी महीने का नया साल 2018 शुरू होने के बाद माघ महीने की पूर्णिमा यानी आज बुधवार 31 जनवरी को चंद्र ग्रहण हो रहा है। यह इस साल पहला चंद्रग्रहण गई। जब चंद्र ग्रहण लगता है तब देवी-देवताओं का दर्शन करना अशुभ माना जाता है। ऐसे में इस दिन मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं और किसी भी तरह की पूजा का विधान नहीं किया जाता है। इसके अलावा इस दिन गर्भवती स्त्रियों, वृद्धों को दवा आदि देना भी वर्जित माना जाता है।

भारत में चंद्र ग्रहण को लेकर कई धारणाएं प्रचलित है लेकिन विज्ञान के मुताबिक यह पूरी तरह खगोलीय घटना है, इससे किसी को हानि नहीं होती है। ग्रहण शुरू होने का समय 5:18:27 सेकंड है। 8:41 बजे चंद्रग्रहण खत्म हो जाएगा। इस ग्रहण का आरंभ भारत के असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम, सिक्किम, पश्चिम बंगाल में देखा जा सकेगा। अन्य राज्यों में चन्द्रमा ग्रहण मे ही उदित होगा।

चन्द्रग्रहण पर जल तत्व की राशि कर्क में पड़ने वाले ग्रहण के कारण सबसे ज्यादा प्रभाव कर्क राशि पर पड़ेगा। जल तत्व की राशि में ग्रहण के कारण असामान्य रूप से वर्षा, चक्रवात या बड़े समुद्री तूफान की आशंका है। यह ग्रहण कुछ लोगों के लिए शुभ तो कुछ लोगों के लिए अशुभ साबित होगा। इसके अलावा इस चंद्र ग्रहण के दिन ही 176 साल बाद पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है। इस दिन चांद आम दिनों के मुकाबले बड़ा दिखाई देगा।

चंद्रग्रहण का राशियों पर प्रभाव देखिए

मेष- आपके लिए ग्रहण का फल शुभ रहेगा। आपके काम सफल होंगे। कार्यक्षेत्र में प्रगति होगी और लाभ मिलेगा।
वृष- आपकी राशि से तीसरे घर में हो रहा चन्द्रग्रहण आपके लिए कई मामलों में अनुकूल रहेगा। कहीं से धन लाभ मिल सकता है।
मिथुन- आपको यात्रा करनी पड़ सकती है। आर्थिक मामलों में सजग रहना होगा, नुकसान हो सकता है।
कर्क- स्वास्थ्य में उतार-चढाव की स्थिति का सामना करना होगा। दुर्घटना के प्रति भी आपको सजग रहने की जरूरत है। गुप्तरोग की शिकायत हो सकती है।
सिंह- आपको धन के मामले में नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य प्रभावित होगा। मानसिक चिंता से परेशान हो सकते हैं।
कन्या- यह चन्द्रग्रहण आपके लिए अनुकूल रहेगा। सुख-सुविधा के साधनों में वृद्धि होगी। धन लाभ मिलेगा। पारिवारिक जीवन में सद्भाव बना रहेगा।

तुला- सेहत का ध्यान रखना होगा। कार्यक्षेत्र एवं जीवन के दूसरे क्षेत्रों में संघर्ष करना पड़ सकता है। किसी बात को लेकर मन में भय बना रहेगा।
वृश्चिक- अकारण ही किसी बात को लेकर परेशान और चिंतित रहेंगे। संतान को कष्ट हो सकता है। खर्चे बढ़ेंगे।
धनु- धन की प्राप्ति होगी लेकिन खर्च भी होगा जिससे बचत में कमी आएगी। विरोधियों से आपको सावधान रहना होगा, परेशान कर सकते हैं।
मकर- पारिवारिक जीवन के मामले में यह ग्रहण शुभ फलदायी नहीं दिख रहा है। दाम्पत्य जीवन में आपसी तालमेल की कमी रह सकती है। विदेश और साझेदारी के काम में दिक्कत आ सकती है।
कुंभ- विरोधियों का प्रभाव बढ़ेगा। गुप्त चिंता और परेशानी बनी रह सकती है। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता से लिए संघर्ष करना होगा।
मीन- शिक्षा के क्षेत्र में परेशानी हो सकती है। संतान पक्ष को लेकर चिंतित रह सकते हैं। खर्च बढ़ेंगे। कार्यों को पूरा होने में विलंब होगा।

हिंदू धर्म में प्रचलित कथा के मुताबिक चंद्र ग्रहण का अर्थ- हिंदू धर्म के प्रचलित कथानुसार समुद्र मंथन के दौरान जब देवों और दानवों के साथ अमृत पान के लिए विवाद हुआ तो इसको सुलझाने के लिए मोहनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण किया। अमृत का वितरण करने के लिए भगवान विष्णु ने देवताओं और असुरों को अलग-अलग बिठा दिया। लेकिन असुरों का सेनापति राहु छल से देवताओं की लाइन में आकर बैठ गया और अमृत पान कर लिया।

देवों की लाइन में बैठे चंद्रमा और सूर्य ने राहू को ऐसा करते हुए देख लिया। इस बात की जानकारी उन्होंने भगवान विष्णु को दी। इसके बाद भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से राहू का सर धड़ से अलग कर दिया। लेकिन राहू ने अमृत पान किया हुआ था , जिसके कारण उसकी मृत्यु नहीं हुई और उसके सर वाला भाग राहू और धड़ वाला भाग केतू के नाम से जाना गया। इसी कारण राहू और केतु सूर्य और चंद्रमा को अपना शत्रु मानते हैं और पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को ग्रस लेते हैं। इसलिए चंद्र ग्रहण होता है।

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