ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कुछ दिन पहले ही दावा किया था कि पहले बिजली आती नहीं थी और अब जाती नहीं हैं. इसी के साथ उन्होंने 24 घंटे बिजली देने की प्रतिबध्यता भी जताई थी. लेकिन आज उनके दावे तब खोखले साबित हुए जब राजधानी लखनऊ के पॉश इलाक़े में बने योजना भवन में ही बिजली गुल हो गयी. बिजली गयी भी तो तब जब मुख्य सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय बैठक कर रहे थे. इस दौरान उनके साथ प्रमुख सचिव खादी ग्रामोद्योग भी मौजूद रहे. 

उद्योग बंधु के संग नवनीत सहगल भी बैठक में शामिल: 

आज राजधानी लखनऊ में सूबे के सबसे बड़े अधिकारी यानी मुख्य सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय ने उद्योग बंधुओं के साथ बैठक की. ये बैठक योजना भवन में रही गयी. जहाँ मुख्य सचिव के अलावा प्रमुख सचिव खादी ग्रामोद्योग नवनीत सहगल भी बैठक के लिए पहुंचे.

इस दौरान मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने ऑनलाइन ट्रेंडिंग कम्पनी अमेजन के साथ एमओयू साइन किया. इसके तहत एक जनपद एक उत्पाद योजना को अमेजन से जोड़ा जायेगा.

बैठक में सुनिश्चित हुआ कि ओडीओपी के जरिये 2 करोड़ व्यापारियों को जोड़ने का काम किया जायेगा.

इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि गोरखपुर में मेगा फ़ूड पार्क लाने का भी ऐलान किया. उन्होंने कहा कि फ़ूड पार्क के लिए गीडा को जमीन दे दी गयी हैं.

मुख्य सचिव की बैठक के दौरान योजना भवन में बत्ती गुल:

बता दें कि जब मुख्य सचिव बैठक कर रहे थे उसी दौरान योजना भवन में लाइट चली गयी. जिसके बाद सूबे के सबसे बड़े नौकरशाह ने बिना बिजली के ही ये अहम बैठक की. तकरीबन 3 से 4 मिनट तक बिना रोशनी के मीटिंग अँधेरे में ही चलती रही। गौरतलब बात तो ये है कि राजधानी के पॉश इलाक़े में योजना भवन है.

सवाल ये उठता है कि जब मुख्य सचिव को बिजली नहीं मिल रही तो आम जनता का क्या हाल होगा.

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