पोलियो के टीकाकरण अभियान में दुधमुंहे की मौत , आधा दर्जन हुए बिमार-विस्तृत रिपोर्ट-वीडियो के साथ।

सीओ बल्दीराय ने घटना से जताई अनभिज्ञता , ग्राम प्रधान बोले स्थानीय थाने के दरोगा को दी गयी सूचना

बल्दीराय में डेढ़ माह के एक बच्चे की मौत; आधा दर्जन बच्चों के पैरों में सूजन आया बुखार, नहीं पहुंचा कोई स्वास्थ्य अधिकारी

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में टीकाकरण के दौरान बच्चों की तबियत बिगड़ने से इलाके में हड़कंप मच गया है। दो दिन पूर्व यहां बल्दीराय थाना क्षेत्र के एक प्राइमरी स्कूल में टीकाकरण के बाद एक डेढ़ माह के शिशु की मौत हो गई है। वही आधा दर्जन बच्चे बुरी तरह बीमार हैं। इन्हें बुखार के साथ-साथ इनके पैरों में सूजन आ गई है। हैरत की बात यह की अब तक कोई स्वास्थ्य अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है।

बल्दीराय के कनकपुर गांव का मामला

 

जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला बल्दीराय के ग्राम सभा एंजर के कनकपुर प्राइमरी स्कूल में 5 मार्च को टीकाकरण कैंप लगाया गया था। जिसमें एएनएम रूबी और आशा बहू मीरा ने बच्चों को टीके की डोज दिया।इस बीच टीकाकरण के बाद कनकपुर में कई बच्चों की हालत बिगड़ गई। लेकिन कोई एक स्वास्थ्य अधिकारी या कर्मचारी गांव में नहीं पहुंचा। आज गांव निवासी वीरेंद्र कुमार का डेढ़ माह का पुत्र रुद्रानश की मौत हो गई। जबकि आकाश (7 माह) पुत्र दीपक कुमार, अंश (5वर्ष) पुत्र जगदीश प्रसाद, रितेश (5वर्ष ) पुत्र महेश,
आशा डेढ़ वर्ष पुत्री रमेश, रिया (7माह) पुत्री शिव कुमार और लक्ष्मी (7 माह) पुत्री राजेंद्र को बुखार के साथ पैर में सूजन आ गई। फिलहाल प्रभारी थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने शव को पोस्टमार्टम में भेजकर जांच शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि बच्चों को पेंटा नाम का टीका लगाया गया था।

टीका लगने से पहले खेल कूद रहे थे बच्चे

इस मामले में कनकपुर गांव की रीमा बताती हैं कि मेरी बेटी को टीका लगा था। टीका लगने के बाद से बुखार भी आ रहा है इसके पैर में सूजन है जिससे चल भी नहीं पा रही है। एक अन्य महिला ने बताया कि बेटे को यही गांव के स्कूल में दो दिन पूर्व टीका लगा था। टीका लगने के बाद से बुखार आ रहा है। टीका लगने के बाद से वह चल भी नहीं पा रहा है। एक और महिला बताती है कि मेरे बच्चे को कुछ हुआ नहीं था खेल-कूद रहा था खाना भी खा-पी रहा था। लेकिन जब से टीका लगा है तब से ही उसको बुखार आ रहा था। उसको लेकर वहां गए जहां टीका लगा था तो वो बोले की गैस बनी है। इसको सरकारी अस्पताल लेकर जाओ। हमने कहा की हम इसको प्राइवेट दिखाएंगे।उसको हमने जब डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर बोले की चार टीका एक बार में नहीं लगाना चाहिए था। यह सब टीका लगाने के कारण हुआ है।

Report – Gyanendra

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