राजधानी के हज़रतगंज स्थित सिविल अस्पताल के मरीजों को रोजाना नयी समस्या का पड़ता है। कभी उन्हें दवा नहीं मिलती तो कभी जांच के लिए निजी केन्द्रो पर दौड़ाया जाता है। वही अब यहाँ आने वाले मरीजों के लिए एक और समस्या बन गयी है यहाँ बने काउंटर। कहने को तो ये काउंटर मरीजों की सुविधा के लिए बनाये गए है लेकिन, इनसे मरीजों को केवल असुविधा ही हो रही है।

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काउंटर पर भटकते रहते हैं मरीज

  • सिविल अस्पताल में आने वाले मरीजों को डॉक्टर से मिलने के बाद दवा काउंटर पर जाना पड़ता है।
  • आपको बता दें कि मरीजों की सुविधा के लिए अब पर्चा और काउंटर बाहर की तरफ ही कर दिया गया है।
  • बावजूद इसके मरीजों को दवा लेने के लिए एक काउंटर से दूसरे काउंटर पर दौड़ना पड़ता है।
  • काउंटर के नंबर सीक्वेंस में ना होने का खामियाजा मरीजों को रोजाना भुगतना पड़ता है।
  • अस्पताल में मरीजों को दवा देने के लिए चार काउंटर बनाये गए हैं। इन पर संख्या भी लिखी है।
  • लेकिन अलग अलग काउंटर पर अलग अलग दवा दी जाती है।
  • जिसकी जानकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को नहीं है।
  • जिसकी वजह से मरीज घंटों लाइन में लगकर परेशान होते रहते हैं।
  • मरीज को कुछ दवाये घंटो लाइन में लगने के बाद एक काउंटर पर मिलती हैं।
  • इसके बाद मरीज को बाकी दवाओं दूसरे काउंटर पर भेज दिया जाता है।
  • ऐसे में मरीजों का काफी समय इलाज मिलने में ही बीत जाता है।
  • अस्पताल के cms डॉ. आशुतोष दुबे का कहना है की मरीजों की सुविदा के लिए काउंटर बने हैं।
  • हालांकि इतना जरूर है कि काउंटर सीक्वंस में न होने से मरीजों को प्रॉब्लम हो जाती है।

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