स्ट्रीट लाइट निजी कंपनी को देकर समस्याओं का निस्तारण 24 घंटे मे करने के दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। कंपनी एनर्जी एफिशिएंसी ने शहर की सभी सोडियम लाइट्स को एलईडी से बदलने का कार्य आरम्भ किया है। जिसमें एलईडी लाइट्स का रख-रखाव इसी कंपनी के पास है।

बता दें कि इंदिरानगर के शिवाजीपुरम क्षेत्र में कंपनी द्वारा 24 मार्च को पुरानी सोडियम एवं ट्यूब लाइट्स हटाकर नयी 200 एलईडी लाइट्स लगाई गयी थी। लाइट्स को ऑन-ऑफ करने के लिए पुराने स्टार्टर स्विच से जोड़ दिया गया। जिससे मात्र चार दिन बाद ही स्टार्टर स्विच जल गया। जिसकी शिकायत ईईएसएल कंपनी के टॉल फ्री नम्बर पर 29 मार्च 2018 को दर्ज की गई थी, लेकिन इसके बावजूद आज तक समस्या का निस्तारण नहीं हुआ।

24 घण्टे में निस्तारण का दावा हुआ हवाहवाई

24 घण्टे में शिकायत के निस्तारण करने का दावा किया जा रहा था लेकिन यह दावा अभी से ही हवाहवाई नजर आने लगा है। इंदिरानगर के शिवाजीपुरम क्षेत्र में एक शिकायत किए जाने के चार दिन के बाद भी अब तक समस्या का निस्तारण नहीं किया गया है। बता दें कि 27 मार्च को लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया ने शिकायत पंजीकरण प्रणाली का उद्घाटन किया था।

महापौर संयुक्ता भाटिया ने ईईएसएल एलईडी स्ट्रीट लाइट शिकायत पंजीकरण प्रणाली का बटन दबाकर शुभारम्भ किया था। शिकायत दर्ज कराने के लिए टोल फ्री नंबर (18001803580) व वेब पोर्टल https://support.eeslonline.org जारी किया गया। शिकायत दर्ज होने के 24 घंटे में समस्या दुरुस्त करने का दावा किया गया है। महापौर ने कहा कि बढ़ती शिकायतों के निस्तारण के लिए एलईडी लाइट लगा रही कम्पनी को ही जिम्मेदारी दी गयी है। समस्या निस्तारण के बाद शिकायतकर्ता को एसएमएस से निस्तारित होने की सूचना देना भी आवश्यक किया गया है। जिससे फर्जी निस्तारण पर रोक लग सके।

ये भी पढ़ेंः Reality Check : फटे जूते, फटे बैग के साथ शुरू हुआ “स्कूल चलो अभियान”

ये भी पढ़ेंः फरियादी से बोले सीएम योगी-आवारा कहीं का तेरी कभी कार्रवाई नहीं होगी

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें