देश का सबसे बड़े पारिवारिक दल समाजवादी पार्टी इन दिनों अन्दर के युद्ध का सामना कर रहा है। पार्टी का यह महासंग्राम अखिलेश यादव को प्रदेश अध्यक्ष से हटाकर शिवपाल को बनाने और फिर टीम अखिलेश को सपा से बाहर करने के बाद से चल रहा है। इस बीच इस मामले को ख़त्म करने के लिए अखिलेश ने मुलायम के सामने ये शर्ते रख दी है।

अखिलेश की ये है 3 शर्ते :

  • मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगामी चुनाव में फिर से सपा की सरकार लाने के लिए यह शर्ते रखी है।
  • हालांकि प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव द्वारा इन तीनो ही शर्तो को अस्वीकार कर दिया गया है।
  • जिसके बाद से ही अखिलेश ने जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में आगे के लिए रणनीती बनाना शुरू कर दिया है।
  • सीएम अखिलेश की पहली शर्त है कि उनकी टीम की जल्द ही सपा में वापसी कराई जाए।
  • साथ ही उनकी दूसरी शर्त है कि चुनाव में टिकट बंटवारे का अधिकार उन्हें दिया जाए।
  • इसके अलावा उनकी मुख्य शर्त है कि चुनाव में चाचा शिवपाल के करीबी अमर सिंह की कोई भूमिका न हो।
  • मगर सूत्रों से खबर है कि सपा सुप्रीमो और शिवपाल दोनो ने उनकी ये मांगे मानने से इनकार कर दिया है।

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आजम ने किया अखिलेश का समर्थन :

  • सपा के कद्दावर नेता आजम खां भी अब अखिलेश के पक्ष में बोलने लगे है।
  • बीते दिन उन्होंने कहा कि अखिलेश नेताजी से अच्छे और बेहतर मुख्यमंत्री है।
  • साथ ही कहा कि यदि चुनाव अखिलेश के चेहरे पर न लड़ा गया तो सपा की हार निश्चित है।
  • मौजूदा समय में यदि सपा ने उनकी यह मांगे न मानी तो नुकसान हो सकता है।
  • बीते दिनों नीतीश कुमार सहित कांग्रेस भी अखिलेश को समर्थन का इशारा कर चुकी है।
  • यदि ऐसा हुआ तो यह यूपी की राजनीती का बेहद दिलचस्प मोड़ होगा।

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