बसपा सुप्रीमों पर अभ्रद टिप्पणी कर चौतरफा हमलों से घिरे बीजेपी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। भाजपा नेता द्वारा बसपा प्रमुख के लिए आपत्तिजनक शब्द प्रयोग किये जाने के बाद बसपा ने तो उग्र रूप धारण किया ही है, साथ ही अन्य विपक्षी दल भी एकजुट होकर बसपा के समर्थन में उतर आये हैं। भाजपा ने खुद को इस मामले से अलग करने की कोशिशों के तहत पहले तो दयाशंकर सिंह को उपाध्यक्ष पद से हटाया लेकिन इसके बाद भी विरोध कम नहीं हुआ तो दयाशंकर को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया।

सीएम ने दिये एफआईआर दर्ज करने के निर्देशः

  • दया शंकर सिंह के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज हो गयी है।
  • बताया जा रहा है यूपी सीएम अखिलेश यादव ने खुद एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिये थे।
  • अखिलेश यादव ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि महिलाओं के प्रति अभद्रता बर्दाशत नहीं की जाएगी।
  • सीएम ने कहा कि अभद्र टिप्पणी करने वालों पर कड़ी कारवाई की जाएगी।
  • उन्होने कहा कि महिलाओं का सम्मान और मर्यादा हमारे लिए सर्वोपरि है।
  • बता दें, कि सीएम अखिलेश यादव व्यक्तिगत तौर पर बसपा सुप्रीमों का सम्मान करते हैं।
  • सीएम बसपा सुप्रीमों को बुआजी कह कर सम्बोधित करते हैं।
  • अक्सर देखा गया है कि वार्ता के दौरान जब भी कोई पत्रकार बसपा सुप्रीमों का नाम लेकर सीएम से कोई सवाल पूछता है।
  • अखिलेश यह कहते हुए देखें गये हैं कि वह वरिष्ठ नेता हैं, और हमारे सामने उनका नाम पूरे सम्मान के साथ लीजिए।
  • कई मंचों पर वह कह चुके हैं कि हमारे अभिभावक उन्हें बहनजी कह कर सम्बोधित करते हैं। इस लिहाज से वह हमारी बुआजी हुईं।
  • सीएम अक्सर अनुरोध करते देखे गये हैं कि बसपा सुप्रीमों को पूरे सम्मान के साथ बुआजी कह कर सम्बोधित करें।
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