उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार 31 मई को राम नगरी अयोध्या के दौरे पर थे, जिसके तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मणिराम छावनी स्थित दिगंबर अखाड़ा पहुंचे थे। दिगंबर अखाड़ा के महंत नृत्यगोपाल दास ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम का भी संबोधन किया।

दिगंबर अखाड़ा के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संबोधन के मुख्य अंश:

ये आस्था का देश है:

  • भारत आस्था का देश है,
  • अगर ये आस्था देखनी है तो आप सभी धामों के दर्शन करें,
  • काशी में जाते हैं तो वहां हर-हर महादेव की गूंज सुने पड़ती है और मथुरा में राधे-राधे,
  • अयोध्या से जुड़ा है राम का नाम,
  • इस कार्यक्रम में आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है,
  • अयोध्या धाम की सदा उपेक्षा होती रही,
  • धर्म को संकीर्ण दायरे में नहीं रखना चाहिए,
  • मणिराम दास छावनी ने अयोध्या को बहुत कुछ दिया है,
  • जन्मदिन पर आने से खुद को रोक नहीं सका,

हर वर्ष रामलीला का आयोजन:

  • अयोध्या में अब हर वर्ष रामलीला का आयोजन किया जायेगा हम ऐसी व्यवस्था करने जा रहे हैं,
  • जनकपुर धाम तक सड़क का निर्माण किया जायेगा,
  • जहाँ रामलीला होती है वहां भगवान राम सदैव रहते हैं,
  • अयोध्या में तो रामलीला होनी ही चाहिए,
  • राम घाट की सौन्दर्यिकरण की व्यवस्था की जाएगी,
  • सरयू नदी में पानी की कमी नहीं होने देंगे,
  • सिंचाई विभाग को घाटों पर धारा लाने के लिए कहा गया है,
  • जन सुविधाओं के विकास का भी कार्य किया जायेगा,
  • अयोध्या के विकास की दृष्टि से 350 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है,
  • मुझे पता है कि आप लोग क्या जानना चाहते हैं।
  • अयोध्या के लिए तो मै भी एक संत हूँ और संतो को दिया जाता है उनसे माँगा नही जाता,
  • बात-चीत से निकलेगा राम मंदिर का हल,
  • अयोध्या ने धार्मिक जगत को बहुत कुछ दिया,
  • संयास लेने का कार्य सेवा से प्रारम्भ होता है।
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