मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अफसरों ने धोखा दे दिया। जिस मकान में मुख्यमंत्री को भोजन कराया गया वह लेखपाल आशाराम का था। दरअसल पहले आशाराम के घर ही CM के भोजन की तैयारी थी। लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें सरकारी कर्मचारी बताते हुए विरोध कर दिया। इस पर अफसरों ने खेल करते हुए सूचना प्रसारित करा दी कि cm दयाराम सरोज के घर भोजन करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेखपाल आशाराम के घर में ही भोजन कराया गया। लेकिन सारी व्यवस्था दयाराम को सौंप दी गई। उनके परिवार को वहीं बुला लिया गया, CM से अनजान रहे।

ग्रामीणों के विरोध पर एसडीएम ने बदला पैतरा

पट्टी तहसील में लेखपाल के पद पर तैनात आशाराम सरोज के घर पहले मुख्यमंत्री को रात्रि प्रवास के दौरान भोजन कराने का कार्यक्रम बनाया गया था। इसका ग्रामीण यह कहते हुए विरोध करने लगे कि करोड़पति लेखपाल के घर CM नहीं रुकेंगे। विरोध को देखते हुए SDM पट्टी जय प्रकाश मिश्रा ने नया पैंतरा आजमाया। सभी को बताया गया कि cm लेखपाल आसाराम के घर नहीं बल्कि उनके भाई दयाराम के घर भोजन करेंगे। लेखपाल आसाराम बापू उनके भाई दयाराम बेचू राम के मकान अलग-अलग हैं।

लेखपाल की लगा दी गई ड्यूटी

दयाराम की बात सामने आने पर ग्रामीण शांत हो गए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लेखपाल आशाराम के आलीशान मकान में ही दयाराम के परिवार को बुला लिया गया। सभी के पास भी बना दिए गए। इसी में लेखपाल के परिवार के सदस्य भी शामिल हो गए। सीएम के आगमन के दौरान लेखपाल की ड्यूटी क्षेत्र में लगा दी गई। चौपाल के पहले तक लोग यही समझ रहे थे कि cm भोजन करने के लिए दयाराम के घर जा रहे हैं। लेकिन मंगलवार को इस बात का खुलासा हो सका कि आशाराम के घर में ही CM ने भोजन किया। इस बाबत SDM पट्टी जयप्रकाश मिश्र ने बताया कि cm ने जिस मकान में खाना खाया और लेखपाल के भाई दयाराम का ही है।

सीएम ने की परिवार से की बात

CM Yogi kept in deception: dinner at Lekhpal House not Dalit dayaram home

दयाराम के घर (आशाराम का असली घर) पहुंचे मुख्यमंत्री भोजन करने के बाद परिवार के एक एक सदस्य से मिलने लगे। दयाराम के बड़े भाई बेचूराम की पुत्रवधू मंजू से योगी ने पूछा क्या करती हो? इस पर मंजू ने ब्यूटी पार्लर चलाने की बात कही। CM ने उनसे गांव की बालिकाओं को शिक्षित करने में मदद का आव्हान किया। इस बीच दयाराम का नाती कक्षा चार का छात्र आयुष वहां स्मार्टफोन लिए दिख गया। उसे देखते ही CM ने पूछा सेल्फी नहीं लोगे क्या? बस फिर क्या था परिवार के सभी सदस्यों ने मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी ले ली।

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