उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित हाई कोर्ट भवन में मंगलवार 6 जून को मेनस्ट्रीमिंग ऑफ़ लीगल एड थ्रू कॉमन सर्विस सेंटर का लोकार्पण किया गया था, जिसके तहत इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस डी.बी. भोसले ने कॉमन सर्विस सेंटर(common service centre) का लोकार्पण किया। इस दौरान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गोमतीनगर स्थित लखनऊ हाई कोर्ट के नए भवन पहुंचे थे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम का संबोधन भी किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संबोधन के मुख्य अंश(common service centre):

नई क्रांति का शुभारम्भ(common service centre):

  • न्याय के क्षेत्र में एक नई क्रांति का शुभारम्भ।
  • त्वरित न्याय दिलाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध।
  • महिलाओं, पारिवारिक वादों का निस्तारण जल्द होगा।
  • त्वरित न्याय दिलाने के लिए प्रयास जारी है।
  • गरीबों को सस्ता, सुलभ न्याय दिलाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
  • विषम हालातों के बावजूद लोक अदालत सफल।
  • न्याय व्यवस्था पर ब्रिटेन का असर।
  • वैदिक काल से न्याय की प्रक्रिया का वर्णन मिलता है।
  • प्राचीन व्यवस्था में दंड और न्याय प्रक्रिया का वर्णन।
  • प्राचीन न्याय व्यवस्था धर्म की व्यापकता में समाहित थी।

तहसील दिवस को समाधान दिवस में बदलने से अच्छे परिणाम आयेंगे(common service centre):

  • प्राचीन न्याय व्यवस्था में धर्म की व्यापक अवधारणा थी।
  • धर्म के खिलाफ कार्य करने वालों के लिए दंड व्यवस्था।
  • वर्तमान समय में न्यायालय व्यवस्था को प्रदान कर रहे हैं।
  • ब्रिटिश भारत ने भी प्राचीन व्यवस्था को स्वीकारा था।
  • हमारी प्राचीन व्यवस्था गहन मामलों को सुलझाने वाली।
  • प्राचीन व्यवस्था में दंड के साथ प्रायश्चित की व्यवस्था।
  • सिविल मामलों में अलग से दंड व्यवस्था देखनी पड़ रही है।
  • न्यायिक क्षेत्र में बुनियादी सेवाओं को मजबूत करेंगे।
  • प्रशासन संवेदनशील हो जाये तो कोर्ट में मुकदमों का बोझ न पड़े।
  • यूपी को 500 टेली लॉ सेंटर मिलेंगे।
  • 62 हजार कॉमन सर्विस सेंटर टेली लॉ सेंटरों की मदद करेंगे।

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