उत्तर प्रदेश में होने वाले सियासी समर के सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। जहां सपा और बसपा ने कई सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, वहीं रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को चुनाव तैयारियों में जी जान से जुटा दिया है, इसी क्रम में कांग्रेस ने घोषणा की है वह इस बार अन्तिम समय में उम्मीदवारों की घोषणा न करेक जुलाई अगस्त के बीच ही प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करेगी। विधानसभा चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस में टिकट के लिए गहमागहमी शुरू हो गई है।

  • कांग्रेस के नवनियुक्त यूपी प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने एलान किया हुआ है जिलाध्यक्ष के माध्यम से आने वाले आवेदन ही स्वीकार किये जाएगें और जुगाड़ के माध्यम से टिकट पाने वाली को तरहीज नहीं दी जाएगी।
  • आजाद ने स्पष्ट किया था कि काम करने वालों को ही टिकट दिया जाएगा, गणेश परिक्रमा करने वालों को कांग्रेस टिकट नहीं देगी।
  • लेकिन तस्वीर इसके उलट ही दिखाई दे रही है, आगरा कांग्रेस से कई ऐसे चेहरे हैं जिन्होंने सीधे तौर पर जुगाड़ लगाकर आवेदन किया है।
  • इस सम्बंध में आगरा जिलाध्यक्ष दुष्यंत शर्मा का कहना है कि यूपी प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने जो निर्देश दिए है, उसको कोई काट नहीं सकता है।
  • उन्होने बताया कि अभी तक जो भी आवेदन प्राप्त हुए हैं, वो प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय भेजे जा चुके हैं। अब कोई नया आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा।
  • कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि कांग्रेस में बिना जुगाड़ के किसी को भी टिकट नहीं मिलता है।
  • उनका कहना है कि जिलाध्यक्ष को दिए गए आवेदन धरे के धरे रह जाएंगे। टिकट उन्हीं को मिलेगा जो जुगाड़ की कला में माहिर हैं।
  • उन्होने कहा कि 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान भी टिकट को लेकर पार्टी में बहुत से नियम कायदे बने थें, लेकिन जब उम्मीदवारों की घोषणा हुई, तो कांग्रेसियों के होश उड़ गए थें। कई ऐसे प्रत्याशियों को टिकट मिला जिनके नाम दूर दूर तक नहीं थें।
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