सरकार जनहित में कई महत्वपूर्ण योजनाएं चला रही है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री आवास योजना भी चलाई जा रही है, जिसके तहत गरीबों को उसके सपनों का अशियाना दिया जा रहा है। जब योजना को धरातल पर उतारने की बात आती है तो कई बार पंचायत मित्र, ग्राम प्रधान व सरकारी कर्मियों द्वारा लाभार्थियों के शोषण करने का मुद्दा भी सामने आता है और हंगामा का कारण बनता है। ऐसा ही एक मामला अमेठी जिले के मुसाफिरखाना तहसील क्षेत्र के जमुवारी गाँव में सामने आया है। जहाँ गांव के आक्रोशित आवास लाभकों ने उगाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ मुद्दा उठाया है।

अमेठी जिले में तहसील मुसाफिरखाना के ग्राम सभा जमुवारी में प्रधानमंत्री आवास योजना में जमकर धांधली की बात सामने आई है।ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत मित्र और ग्राम प्रधान की मिली भगत के चलते योजना के लाभार्थियों से हजारों रुपए की खुलेआम अवैध वसूली की जा रही है। लाभार्थियों का कहना है कि शिकायत के बावजूद भ्रष्ट प्रधान और पंचायत मित्र के विरुद्ध अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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पंचायत मित्र ‘शराफत’ पर ‘भ्रष्ट’ होने का आरोप-

सत्यनाम(50वर्ष) पुत्र रामलाल निवासी जमुवारी का आरोप हैं कि हमारे ग्राम सभा के पंचायत मित्र ने गुमराह कर दूसरी किश्त दिलाने के एवज में 15 हजार रुपए की वसूली की है। बताया जा रहा है कि जो लाभार्थी पंचायत मित्र को पैसा नहीं देते है उनकी दूसरी किश्त रोक ली जाती है ।

उच्च अधिकारियों के नाम पर वसूली गयी रकम-

प्रधानमंत्री आवास योजना में सरकार करोड़ों रुपये खर्च तो कर रही है, मगर क्या गरीबों को उसका सही लाभ मिल रहा है? ये एक बड़ा सवाल है? जमुवारी ग्राम में पंचायत मित्र पर गरीबों को आशियाना देने के एवज में ग्रामीण हितग्राहियों से ग्राम प्रधान, सेक्रेटरी, एडीओ, बीडीओ और सीडीओ के नाम पर भी हजारों की राशि वसूल की गयी है। सत्यनाम ने अधिकारियों से गुमराह कर वसूली गयी रकम को वापस दिलाने की मांग की है। पत्र में आरोप है कि शिकायत के बावजूद भ्रष्ट ग्रामप्रधान के विरुद्ध अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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मुख्यमंत्री से शिकायत-

केंद्र में मौजूद मोदी सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की गई, लेकिन इस योजना के नाम पर अमेठी में एक बड़े घोटाले का मामला सामने आया है। हिन्दू युवा वाहिनी अमेठी के जिला प्रभारी अभय सिंह नारे ने मुख्यमंत्री को दिए गये शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि पीएम आवास आवंटन के लिए ग्राम प्रधान ने ग्रामीण सत्यनाम पुत्र राम पाल व पितंबर पुत्र पल्लर से 15-15 हजार, रामहेत सरोज पुत्र भागीरथी सरोज से 6200, जोगूराम पुत्र गोपी 11000 रुपये व लालजी पुत्र लुटावन से 10000 रुपये की लिए है।

बोले जिम्मेदार-

सीडीओ अमेठी का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं है। यदि ऐसा है तो बेहद गम्भीर मसला है। टीम गठित कर उक्त मामले की जाँच कर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।

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