योगी सरकार ने गन्ना किसानों को राहत देने और उनका बकाया भुगतान कर उनकी आर्थिक में सुधार करने का वादा किया था. इसके साथ ही सहारनपुर और आसपास के गन्ना किसानों को आज खुशी तब मिली जब 7 साल से बंद पड़ी दया शुगर को आज शुरू किया जाने लगा. किसानों के चेहरे इस खबर से खिल गए हैं. गन्ना मंत्री सुरेश राणा आज सहारनपुर में पहुंचे जहाँ उन्होंने किसानों को संबोधित भी किया. गन्ना मंत्री सुरेश राणा व सांसद राघव लखनपाल शर्मा उदघाटन करने पहुंचे थे. आठ जनवरी से पेराई के लिए तैयार दया शुगर मिल की पेराई क्षमता 2500 टीसीडी से बढ़ाकर 5000 टीसीडी की गई है.

7 सांल से बंद पड़ी दया शुगर मिल आज से शुरू

दया शुगर मिल गागलहेड़ी के वर्ष 2011-12 में न चलने तथा किसानों का बकाया होने के कारण मिल मालिक पर मुकदमा दर्ज किया गया था. इस पर पुलिस ने मिल मालिक धीरेंद्र अग्रवाल को दिसंबर 2013 में जेल भेज दिया था, मिल मालिक के जेल में निरुद्ध होने के मामलें में उच्च न्यायालय ने 15 दिसंबर को 2015 को मिल मालिक धीरेंद्र अग्रवाल की जमानत मंजूर कर रिहाई के आदेश दिए थे. अदालत ने यह शर्त लगाई थी कि रिहाई से पहले गन्ना किसानों का बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान मय ब्याज करना होगा. परं मिल प्रबंधन द्वारा गन्ना मूल्य का भुगतान न करने के कारण जमानत होने के बाद भी धीरेंद्र अग्रवाल की जेल से रिहाई नहीं हो सकी थी.

जून में खुला था मिल का ताला

न्यायाधीश भारत भूषण ने 29 मई को चीनी मिल से अवशेष गन्ना भुगतान का 3 करोड़ 34 लाख के बैंकर्स चेक कोर्ट में ही मंडी समिति सचिव को दिलाये. जबकि ब्याज के संबंध में 31 मई को विलंबित गन्ना मूल्य पर सुनवाई के बाद अदालत ने धनराशि 459.51 लाख रुपये का भुगतान तीन किस्तों पर करने का आदेश पारित किया था. इस शुगर मिल का ताला 29 जून 2017 में खोला गया था.

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