बस्ती जिले के गौर थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से अपनी बेटी को वापस पाने की गुहार लगाई है. व्यक्ति का कहना है की उसकी बेटी पिछले 2 साल से देवरिया के माँ विंध्यवासिनी संस्थान के बालिका गृह में रह रही थी पर जब भी वो उससे मिलने गया, संस्थान वालों ने उसे मिलने नहीं दिया कभी.

अपनी ही बेटी से मिलने नहीं दिया:

पीड़ित पिता ने जब देवरिया बालिका गृह काण्ड की खबर पढ़ी तब उसने मुख्यमंत्री पोर्टल पर 7 अगस्त को एक पत्र लिख कर ये विनती की है. पिता ने बताया की उसकी बेटी को गाँव का एक युवक बहला फुसला के 2016 में भगा ले गया था. उसके बाद युवक ने उसके साथ दुष्कर्म कर के उसे छोड़ दिया. पिता के तहरीर पर 22 मार्च 2016 को पुलिस ने बेटी को बरामद किया. इसके बाद बेटी ने पिता के घर जाने से मना कर दिया  उसे देवरिया स्थित माँ विंध्यवासिनी संस्थान के बालिका गृह में ले जाया गया.

पिता को जब यह जानकारी हुई तब वो अपनी बेटी से मिलने वहां गया. पर वहां के लोगों ने यह कह कर उसे वापस कर दिया की उसकी बेटी किसी प्रशिक्षण के लिए गयी हुई है. और डेढ़ साल तक यही सिलसिला चला. 

संस्थान कर्मियों ने पिता से बोला की उसकी बेटी भाग गयी है:

पर एक महीने पहले जब पिता ने जिद पकड़ ली की वो अपनी बेटी से मिले बगैर नहीं जायेगा तो वहां काम करने वाले नाराज़ हो गये और बोले की उसकी बेटी यहाँ से भाग गयी है, उसे जा कर कहीं और खोजे. निराश पिता इस बार भी वापस लौट गया.

पर जब उसे देवरिया के इस संस्थान में हो रहे कांड की खबर मिली तो उसे लगा की उसकी बेटी कहीं भागी नहीं है बल्कि उसके साथ कोई हादसा हो गया है.

इसलिए पिता ने सीधे मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर ये गुहार लगाई है की उसकी बेटी को खोज कर उसके सुपुर्द कर दिया जाये. 

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