उत्तर प्रदेश जूडिसियल सर्विस एसोसिएसन के 41वें अधिवेशन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे। उनके साथ ही इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश दिलीप बी भोसले भी पहुंचे। इस दौरान दिलिप बी भोसले ने कहा कि हमारे स्टेट में 60 लाख केस पेंडिंग है। 75 साल से आज तक लोगों को न्याय नहीं मिला है। भोसले ने सीएम से कहा कि पुलिस तंत्र और प्रशासनिक तंत्र को तेज़ करिए नहीं तो केस की पेंडेंसी और बढ़ती जाएगी।

कहा कि अगर हमारे न्यायिक अधिकारी पूरा वक़्त कोर्ट को देंगे तो मुकदमों के निपटारे में तेज़ी आ सकती है। न्याय सेवा संघ सभी सदस्यों के लिए अच्छा काम कर रही है। आज ज्यूडिशियल के सामने बहुत सी चुनौतियां है आज हर कोर्ट दावों से भरी है। और नए दावों के फ्लो जारी है। आज जो आम नारीक है उसका बहुत विश्वास है हम पर। सीएम जी हमारे स्टेट में निचली अदालतों में 60 लाख से अधिक केस पेंडिंग है। कई केस 1942 से लंबित है। जो केस इतने सालों के वेटिंग कर रहा है उसको हम जल्द न्याय देंगे। जब मैंने पदभार ग्रहण किया था तब मैंने सभी को निर्देश दिया था कि पूरे स्टेट का ज्यूडिशियल डिस्ट्रिक्ट जज पूरे 5 घंटे जुडिसशल का काम करेंगे और बाकी समय मे एडमिनिस्ट्रेशन का काम करेंगे लेकिन आज भी हमारे जज 1 घंटे लेट न्यायालय में बैठते है।

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न्याय पालिका के सामने बहुत चुनौतियां

मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीबी भोंसले नें अपने संबोधन में कहा कि न्याय पालिका के सामने बहुत चुनौतियां है। न्यायालयों में मुकदमों की भरमार है। नए मुकदमें भी दाखिल हो रहे हैं। ये बताता है कि आम आदमी का न्याय व्यवस्था पर भरोसा है। निचली अदालतों में 60 लाख से अधिक मुकदमे लंबित है। 1942 का एक मामला आज भी लंबित है। इसके कई वजह हो सकती है। शासन और प्रशासन के सहयोग से लंबित मुकदमों का निपटारा हो सकता है। कई ज़िला न्यायधीश आज भी देर से कोर्ट देर से पहुंचते हैं।

न्याय व्यवस्था को और बेहतर बनाने की कोशिश जारीः कानून मंत्री

सूबे के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक का बयान ने कहा कि हमारी सरकार सस्ता और सुलभ न्याय दिलाने के लिए कटिबद्ध है। लोक अदालतों के ज़रिए बड़ी तादाद में मुकदमों का निपटारा किया जा रहा है। न्याय व्यवस्था को और बेहतर बनाने की कोशिश जारी है। हमारी डिस्पोजल की गति बहुत कम है। अब हमने डिस्पोजल की गति में 11 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है लेकिन इसको 30 प्रतिशत बढ़ाना है।
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