कासगंज हिंसा की जाँच के लिए SIT का गठन किया गया है. कासगंज की हिंसा ने प्रशासन के रवैये पर लगातार सवाल उठाये हैं. आज तीसरे दिन भी पेट्रोलिंग के दौरान एक युवक पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया है. सीएम योगी ने कल हाई लेवल मीटिंग भी की थी और प्रमुख सचिव गृह ने भी कल कहा था कि जल्दी ही स्थिति नियंत्रण में होगी. वहीँ डीएम और एसपी की नाकामी पर भी सवाल उठ रहे हैं. हालाँकि पुलिस ने शुरुआती बयान दिया था कि तिरंगा यात्रा के दौरान पथराव हुआ जिसके बाद हिंसा भड़की लेकिन इसको लेकर तरह -तरह की बातें कहीं जा रही हैं.

कासगंज हिंसा के पीछे हो सकती है साजिश: दिनेश शर्मा

कानपुर पहुंचे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने उत्तर प्रदेश सरकार ने कासगंज दंगे की साजिश का जल्द पर्दाफाश करने और असली कसूरवारों के चेहरे सामने लाने का ऐलान किया है. सरकार की नजर में विधान सभा के सामने आलू फेंकने के पीछे राजनैतिक साजिश सामने आयी थी, उसी तरह कासगंज की साजिश भी सामने लायी जायगी. उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को कासगंज में भड़के दंगे के पीछे किसी गहरी साजिश की बू आ रही है.डिप्टी सीएम ने मीडिया से बातचीत मे इन आरोपों को सिरे से नकार दिया कि ये दंगे प्रशासनिक विफलता का परिणाम थे और दावा किया कि जिन्होने दंगे की साजिश रची उन्हें चिन्हित किया जा रहा है. प्रशासन को इस बात के निर्देश दिये जा चुके हैं कि जिन्हें भी कसूरवार पाया जाय, उनके खिलाफ बेहिचक कार्यवाई की जाये.

बोर्ड परीक्षा को लेकर तैयारियों पर भी दिया बयान

उपमुख्यमंत्री ने आज कानपुर के एक विद्यालय में शिक्षक बिरादरी से रूबरू हुए और शिक्षा के स्तर में सुधार के लिये नकल विहीन परीक्षायें कराने पर जोर दिया. उन्होने कहा कि तीस जनवरी को वो और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी जिलों के डीएम, एसएसपी और जिला विद्यालय निरीक्षकों के साथ बैठक कर रहे हैं और उन्हें नकल विहीन बोर्ड परीक्षायें सम्पन्न कराने के लिये कड़े निर्देश दिये जायेगें. प्रदेश की नयी आबकारी नीति और शराब की दुकान के ई-लाटरी आवण्टन से जुड़े सवालों को डा. शर्मा ने टाल दिया.

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