उत्तर प्रदेश में इन दिनों चल रही यूपी बोर्ड की परीक्षा में जहां सरकार सभी विद्यालयों में सीसी कैमरा लगाकर परीक्षा को पाक साफ कराने का दावा कर रही है। वहीं आज भी कई स्कूलों में पुरानी सरकारों की तर्ज पर खुलेआम नकल का कारोबार चल रहा है। इतना ही नहीं परीक्षार्थियों की कापी परीक्षा केंद्र से बाहर लिखी जा रही है। इस बात की सूचना मिलने पर जिला विद्यालय निरीक्षक ने तत्काल कर्रवाई करते हुए चार लोगों को रंगेहाथ पकड़ पुलिस के हवाले किया। वहीं पुलिस इन पर कोई कार्रवाई करने की बजाय अगले दिन छोड़ दिया।

जनपद गाजीपुर के सैदपुर तहसील के कुंडी सराय शरीफ गांव में चलने वाला मौनी दास इंटर कालेज में 12 फरवरी को सेकेंड पाली की परीक्षा के दौरान किसी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को फोन के माध्यम से सूचना मिली की स्कूल के एक कमरे में 10-12 छात्रों की परीक्षा की कापी केंद्र से बाहर लिखी जा रही है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने उक्त कालेज पर पहुंचने के लिए पहले कालेज से दो किलोमीटर दूर अपनी गाड़ी छोड़ दी और उस विद्यालय की तरफ जा रहे एक ग्रामीण की बाईक पर बैठ कर कालेज पहुंचे।

कालेज परिसर में बदल रहे थे कापी

जिला विद्यालय निरीक्षक नरेन्द्र देव ने बताया कि जब वह शाम के लगभग सात बजे कालेज परिसर में पहुंचे तो देखा कि स्कूल के कमरे में कुछ लोग कापी को बदलने के लिए जुटे हुए है। जब जिला विद्यालय निरीक्षक ने उन स्कूल के स्टाफ से जानकारी लेनी चाही तो पहले विद्यालय के लोग उन्हें पहचान नहीं पाए और उन्हें गुमराह कर भगाने लगे। जब उन्होंने अपना परिचय दिया तो वहां पर एक काले बैग जिसमें कई लिखी हुई कापियां थी। वह शख्स इन्हें धक्का देकर बैग के साथ भाग निकला। इस पर जब उन्होंने कालेज में प्रबंधक, प्रधानाचार्य से उक्त युवक के बारे में जानकारी लेनी चाही तो इन सभी ने इधर उधर की बातें कर जिला विद्यालय निरीक्षक से पैसे की लेनदेन कर मामला खत्म करने की बात कहने लगे।

जिलाधिकारी को दी जानकारी

इस दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक ने इन लोगों को उसी कमरे में बंद कर इसकी जानकारी जिलाधिकारी को दिया। जिलाधिकारी के बाला जी ने तत्काल एसडीएम सैदपुर को तत्काल मौके पर भेजा और सभी कापियों को और उस कमरे को उनकी निगरानी में सील कर वहां पर पाए गए चार लोगों को पुलिस के हवाले कर कार्रवाई किया। लेकिन जब जिला विद्यालय निरीक्षक इन चारों के खिलाफ कार्रवाई के लिए नंदगंज थाने पहुंचे तो पता चला कि उन चारों को तहरीर के अभाव में छोड़ दिया है। वहीं इस पूरे मामले पर जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि इन सभी के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इस विद्यालय को अगले से परीक्षा केंद्र न बन पाए इसके लिए संस्तुति कर जिलाधिकारी को संस्तुति के लिए भेजेगें। उम्मीद है कि जिलाधिकारी इस मामले में इस परीक्षा केंद्र को डिबार करने की कार्रवाई करेगें।

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