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चलती ट्रेनों में अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए यूपी राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने व्हाट्सएप्प नंबर 9454404444 की लांचिंग की है। डीजी रेलवे गोपाल गुप्ता ने लखनऊ रेलवे परिसर में इसकी शुरुआत की। इस दौरान जीआरपी पुलिस के तमाम अधिकारी भी मौजूद रहे। डीजी रेलवे ने कहा अब इस व्हाट्सएप्प नंबर के जरिये कोई भी अपराध संबंधी जानकारी फोटो या वीडियो लोग इस नम्बर पर भेज सकेंगे। इसके जरिये लोग रेल यात्रा के दौरान भी वाटसअप के जरिये कोई भी जानकरी भेज मदद हासिल कर सकेंगे, त्वरित गति से इस पर कार्रवाई होगी।

अगले पेज पर वीडियो के साथ देखिये पूरी खबर:

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कंट्रोल रूम से 24 घंटे जुड़ा रहेगा नंबर

https://www.youtube.com/watch?v=OAFvNPSUSsI&feature=youtu.be

  • पुलिस महानिदेशक रेलवे (जीआरपी) गोपाल गुप्ता ने चारबाग सरकुलेटिंग एरिया में जीआरपी के नये वाट्सअप नंबर की लॉन्चिंग के दौरान कहा कि यह व्हाट्सएप्प नंबर राजकीय रेलवे मुख्यालय के कंट्रोल रूम से पूरे चौबीसे घंटे जुड़ा रहेगा।
  • उन्होंने कहा कि आज ही जीआरपी के सभी चौकियों व थानों पर इसकी लॉन्चिंग की गई है।
  • इस नंबर के अधिकाधिक प्रचार-प्रसार के लिये ट्रेनों सहित रेलवे परिसरों में पोस्टर, बैनर, पम्प्लेट का सहारा लिया जा रहा है।
  • ताकि हर श्रेणी के रेल यात्री इस पर नजर पड़े और वो इसकी मदद यात्रा के दौरान ले सके।
  • डीजी रेलवे ने यह भी जानकारी दी कि रेल सफर के दौरान होने वाली अनापेक्षित घटनाओं से निपटने के लिये यात्रियों को जीआरपी की ऑडियो क्लिप द्वारा भी जागरुक किया जा रहा है।

अब 1512 नंबर से कनेक्ट नहीं है जीआरपी

  • विगत दिनों रेलवे की तरफ से जीआरपी के लिये 1512 नंबर जारी किया गया था जिस पर देश-प्रदेश से कोई भी रेल यात्री अपराध संबंधी कोई भी जानकारी या जनशिकायत की सूचना दे सकता था।
  • उस दौरान बड़े ही तामझाम की इस नंबर का प्रचार-प्रसार जीआरपी के आलाकमान अफसरों व कर्मियों द्वारा किया गया था, मगर अभी यह नंबर रेल यात्रियों के बीच लोकप्रिय हुआ ही था कि इस पर ग्रहण लग गया।
  • अब देखना है कि उक्त नये वॉट्सअप नंबर से जीआरपी कहां तक रेल अपराध पर अंकुश लगा पाती है।

राष्ट्रीय स्तर पर है यह नंबर

  • गौरतलब हो कि अब रेलवे द्वारा जारी किये गये इस देशव्यापी 1512 नंबर से यूपी जीआरपी का कोई कनेक्शन नहीं रह गया है।
  • इस बाबत डीजी रेलवे ने बताया कि कुछ दिक्कतों की वजह से अब यह नंबर जीआरपी से जुड़ा नहीं रह गया है।
  • उनके मुताबिक अब जीआरपी के नये व्हाट्सएप्प नंबर के अलावा राष्ट्रीय स्तर पर आरपीएफ का 182 नंबर ही कार्यरत है जिस पर रेल अपराध व बीच सफर में यात्रियों को होने वाली दिक्कतों की सूचनायें दी जा सकती हैं।

दोनों स्टेशनों के जीआरपी प्रभारियों के हुए तबादले

  • इस समय राजधानी के दोनों सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशनों यानि उत्तर रेलवे के चारबाग स्टेशन व पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन पर आने-जाने वाले रेल यात्रियों व लोगों के जान-माल की सुरक्षा केवल जीआरपी सुरक्षा कर्मियों के भरोसे दिख रही है।
  • दरअसल, इसे संयोग कहें या फिर कोई कार्रवाई कि कुछ ही दिनों के अंतराल पर दोनों स्टेशनों के जीआरपी प्रभारियों का तबादला कर दिया गया।
  • इस समय प्रदेश के इन दोनों प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर जीआरपी प्रभारी की तैनाती नहीं हो पायी है।
  • इस विषय पर जब डीजी रेलवे से बात की गयी तो उनका यही कहना रहा कि शासन स्तर पर इस समय जीआरपी में ट्रांसफर-पोस्टिंग हो रही है।
  • जल्द ही इन दोनों बड़े स्टेशनों पर भी प्रभारियों की तैनाती की जायेगी।
  • बता दें कि चारबाग स्टेशन के जीआरपी इंस्पेक्टर के तौर पर अभी कुछ ही दिनों पूर्व सतीश गौतम ने चार्ज संभाला था जबकि एनईआर के लखनऊ जं. के इंचार्ज पद पर एसएसआई विष्णु कौशिक भी पिछले काफी समय से अच्छा कार्य कर रहे थे।
  • लेकिन बीते दिनों कुछ ही दिनों के अंतराल पर गौतम को कानपुर सेंट्रल के लिये जबकि कौशिक को इंस्पेक्टर रैंक पर प्रमोट करते हुए बेकनगंज भेज दिया गया।

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