उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिला अस्पताल की इमरजेंसी में बीती देर रात उस समय बवाल हो गया जब एक मरीज के साथ आये परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. नाराज़ डाक्टर ने पुलिस को सूचना दी मगर पुलिस के आने के बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने बवाल काटते हुए एसपी रायबरेली व जिला पुलिस के सभी अधिकारियों केखिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी।

सड़क हादसे में घायल के इलाज को लेकर हुई झड़प

रायबरेली के सदर कोतवाली क्षेत्र स्थित जिला अस्पताल की इमरजेंसी में बीती देर रात लालगंज क्षेत्र में सड़क हादसे में भदोखर थाना क्षेत्र के विनोहरा ग्राम प्रधान का भाई घायल हो गया.

सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में परिजन जिला अस्पताल पहुंच गए. जहाँ परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही करने का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया।

डाक्टर पर इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप

हंगामा कर रहे परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर व अन्य स्टाफ मरीज़ तक के साथ गलत व्यवहार कर रहा था.

तीमारदार विनोहरा ग्राम प्रधान की मानें तो डॉक्टर ने न सिर्फ उनको धक्का देकर अभद्रता की बल्कि मरीज को धक्का देकर उनको पीछे धकेल रहे थे जबकि मरीज दर्द से कराह रहा था, मगर डाक्टर व अन्य स्टाफ इलाज में ध्यान नहीं दे रहे थे.

अस्पताल कर्मियों ने लगाए एसपी व पुलिस मुर्दाबाद के नारे

वहीं अस्पताल में तैनात ईएमओ डाक्टर एन के शर्मा ने बताया कि मरीज़ के परिजन अस्पताल के स्टाफ व अन्य कर्मचारियों से अभद्रता कर रहे थे.

जिसके कारण पुलिस बुलानी पड़ गयी. लेकिन जिला पुलिस का रवैया देख अस्पताल कर्मचारी नाराज़ हो गये. उन्होंने पुलिस के प्रति नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए बताया कि पुलिस के लोग उल्टा खुद स्टाफ से अभद्रता करने लगे और उनका रवैया ठीक नहीं था.

जिसके बाद जिला अस्पताल के नाराज़ वार्ड ब्वाय व अन्य स्टाफ ने इमरजेंसी गेट पर एसपी से लेकर कोतवाल तक सबके खिलाफ नारेबाजी की और कार्य ठप कर दिया।

पुलिस ने कराया मामला शांत

इन सब के बीच जिला अस्पताल की इमरजेंसी में हंगामे की सूचना मिलते ही डायल 100 और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ शहर कोतवाल अशोक सिंह परिहार व सीओ सिटी भी मौके पर पहुंच गए.

जब सीओ सिटी शेषमणि उपाध्याय से मामले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अस्पताल में हंगामे के बाद 3 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. दोनों पक्षों को समझाने के बाद अस्पताल में इलाज शुरू करवा दिया गया.

आए दिन होता है हंगामा

बता दें कि जिला अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था कम होने के कारण आये दिन डॉक्टरों व तीमारदारों में झड़प के मामले सामने आते रहते हैं.

इस दौरान डॉक्टर व स्टाफ भी कामकाज ठप कर देते हैं, जिसका खामियाज़ा मरीज़ो को भुगतना पड़ता है.

वहीं इस बार पुलिस विभाग के मुखिया तक के खिलाफ अस्पताल कर्मचारियों की नारेबाजी अब कर्मचारियों में राजनीतिक परिदृश्य की स्पष्ट झलक दिखाती है।

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