राजधानी लखनऊ के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने शीत लहर देखते हुए रखते हुए शहर के जियामऊ, लक्ष्मण मेला पार्क, चकबस्त तथा नबी उल्लाह रोड स्थित रैन बसेरे का निरीक्षण किया। डीएम ने ठंड से ठिठुर रहे निराश्रित लोगो को कंबलों का वितरण भी किया। जिलाधिकारी के साथ अपर नगर आयुक्त, अपर जिलाधिकारी राजस्व औनीष सक्सेना तथा नगर निगम के अधिकारीगण भी उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान समस्त रैन बसेरे में की जा रही व्यवस्थाओं को देखा गया। कतिपय रैन बसेरे में सामने आया कि गंदगी पायी जाने पर संचालको को चेतावनी देते हुए साफ-सफाई तथा अन्य व्यवस्थाएं बनाये रखने के निर्देश दिये गये। साथ ही अवगत कराया गया कि किसी भी रैन बसेरे में कोई भी अव्यवस्था को बर्दाश नही किया जाएगा और संचालको को निर्देश दिया कि जो भी लोग अभी भी सड़को पर सो रहे है उनको रैन बसेरों में लाने की भी ज़िम्मेदारी उनकी है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]उम्मीद संस्था द्वारा लगाए गए रैनबसेरे में मिली गंदगी[/penci_blockquote]
डीएम के निरीक्षण के दौरान सामने आया कि रैन बसेरों में कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण अव्यवस्थाएं उतपन्न होती है जिसके लिए जिलाधिकारी ने एजेंसियों को मैन पावर बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी रैन बसेरों के सम्बंधित सभी क्षेत्राधिकारियो को निर्देश दिया गया कि वह अपने आस पास के क्षेत्रों में यह सुनिश्चित करे के कोई व्यक्ति सड़क पर तो नही सो रहा है। सड़क पर सोने वाले लोगो को रात में ही रैन बसेरों में पहुचाने की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए। नबी उल्लाह रोड स्थित रैन बसेरे का संचालन उम्मीद संस्था द्वारा किया जा रहा है। यहां उपलब्ध सुविधाएं जैसे चादर, तकिया व रज़ाई गंदी पाई गई और शौचालय में भी पर्याप्त साफ-सफाई और सुविधाएं नहीं पाई गई। इस संबंध में परियोजना अधिकारी डूडा को दूरभाष पर निर्देश दिया गया कि वह पुरानी गंदी चादर, तकिया व रजाई को बदलवाए और शौचालय में पर्याप्त सुविधाएं सुनिश्चित करवाएं।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]जियामऊ के रैन बसेरे में लटक रहा था ताला[/penci_blockquote]
जिलाधिकारी ने बताया कि अगर रैन बसेरे में कंबलों की कमी है तो वह सम्बंधित अपर नगर मजिस्ट्रेटों से सम्पर्क कर के और कम्बल प्राप्त कर सकते है। जिलाधिकारी द्वारा पीओ डूडा को दूरभाष पर बताया कि उनके द्वारा समय समय पर रैन बसेरों के रजिस्टरों को चेक कराया जाए और कोई भी अनियमितता मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही निर्देश दिया कि जहां भी डूडा के द्वारा बेडो की व्यवस्था की गई है उनका प्रयोग केवल वहां के लाभार्थियों के द्वारा किया जाए। जियामऊ के रैनबसेरे में निरीक्षण के दौरान रैन बसेरे के गेट पर ताला लगा मिला था। जिसके सम्बंध में केयर टेकर द्वारा स्पष्ट किया गया कि जंज़ीर लगा कर एक एक व्यक्ति को आने जाने हेतु जगह को छोड़ा गया है ताकि रात के समय रैन बसेरे में कोई पशु न आ पाए। रैन बसेरे के केयर टेकर द्वारा बताया गया कि इस समय इस रैन बसेरे में 18 निराश्रित व्यक्ति ठहरे हुए है। निरीक्षण के दौरान यहां के कमरे में सीलन पाई गई और पर्याप्त मात्रा में साफ सफाई भी नही मिली। जिसके लिए जिलाधिकारी ने नगर अभियंता ज़ोन 1 को सभी व्यवस्थाओ को सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]लक्ष्मण मेला मैदान के रैन बसेरे में मिले गंदे तकिये और रजाई [/penci_blockquote]
लक्ष्मण मेला मैदान स्थित इस रैन बसेरे में मात्र 2 व्यक्तियो की उपस्थिति रजिस्टर में दर्शायी गई। परन्तु निरीक्षण के दौरान केवल एक ही व्यक्ति रुका हुआ पाया गया। निरीक्षण के दौरान यहां भी रजाई, चादर और तकिया आदि गंदे पाए गए। जिसके लिए जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिया के कल तक सभी अव्यवस्था को सही किया जाए और फ़ोटो सहित रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। अगर कल तक रैन बसेरे में साफ सफाई और खान पान की व्यवस्था में सुधार नही आया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]रैन बसेरे का के कमरे पर केयर टेकर किये बैठा था अपना कब्जा[/penci_blockquote]
चकबस्त स्थित रैन बसेरे के संचालन हेतु जिला नगरीय विकास अभिकरण को अधिकृत किया गया है। यद्यपि यहां की पुताई नगर निगम द्वारा कराई गई है परंतु यहां उपलब्ध सुविधाएं जैसे चादर, तकिया व रजाई गंदी पाई गई और शौचालय में बाल्टी, मग व हैंडवॉश आदि सुविधाएं नहीं पाई गई। साथ ही रैन बसेरे के पास स्थित नाले के पास भी काफ़ी गंदगी पाई गई। जिसके लिए जिलाधिकारी ने कल तक सभी सुविधाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस रैन बसेरे में एक कमरा केयर टेकर द्वारा अपने उपयोग हेतु रखा गया था। जिसके लिए केयरटेकर को निर्देश दिया कि उसके द्वारा जो कमरा उपयोग में लिया जा रहा है वह उसको तुरंत खाली करें और उसमें निराश्रित लोगों के रुकने की व्यवस्था की जाए। साथ ही परियोजना अधिकारी डूडा को निर्देशित किया गया कि वह पुरानी गंदी चादर, तकिया व रजाई बदलवाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें, शौचालय में बाल्टी, मग व हैंडवॉश की व्यवस्था को भी सुनिश्चित करें। साथ ही केयर टेकर को निर्देश दिया कि रैन बसेरे में पर्याप्त साफ सफाई की व्यवस्था की जाए।

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