उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिला कारागार में उस समय हड़कंप मच गया जब जिला जज सुरेंद्र पाल सिंह, चंद्र विजय श्रीनेत सी.जे.एम., मनीष कुमार वर्मा ज़िलाधिकारी एवं प्रदीप गुप्ता पुलिस अधीक्षक, कौशाम्बी द्वारा जेल का आकस्मिक संयुक्त निरीक्षण किया गया। अधिकारियों के जेल पहुंचते ही बंदियों के हाथपांव फूल गए। तलाशी के दौरान कैदियों की बैरकों में किसी प्रकार की कोई आपत्तिजनक चीज नहीं मिली। जेल के बेहतर रखरखाव के लिए अधिकारियों और जज ने जेलर की प्रशंसा की।

जेल में मिली उच्च कोटि की सफाई-व्यवस्था

ज़िलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान बाल बैरक, महिला बैरक, चिकित्सालय, पुरुष बैरक अहाता संख्या 2, 3, 4 एवं 5 का निरीक्षण किया क़ैदियों से उनको मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। किसी भी क़ैदी ने जेल के प्रति कोई शिकायत नहीं की। अंत में रसोईघर का निरीक्षण किया। सभी अधिकारियों ने जेल के कुशल प्रबंधन, उच्च कोटि की सफ़ाई व्यवस्था एवं रसोईघर की व्यवस्था एवं भोजन की गुणवत्ता के लिए बी.एस.मुकुंद जेल अधीक्षक की प्रशंसा की।

काफी सफल जेलर साबित हो रहे बी.एस. मुकुंद

जिला कारागार के जेलर ने बताया कि जेल में अधिकारियों ने हॉस्पिटल, मेस और साफ-सफाई की भी व्यवस्था जांची। निरीक्षण के दौरान हाई सिक्योरिटी बैरकों को भी चेक किया गया। इसके साथ ही बाकी व्यवस्थाएं जेल की कैसी हैं यह भी चेकिंग की गई। लेकिन जेल के भीतर किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं मिली। निरीक्षण के दौरान कारागार में चलाए गए स्वच्छता अभियान की भी तारीफ़ की गयी। निरीक्षण के समय ज्ञानलता पाल उपजेलर, राम शंकर सरोज उपजेलर, चिकित्सक कंचन सिंह आदि उपस्थित थे।

सराहनीय कार्य करते रहते हैं जेलर

बता दें कि कौशांबी के जेलर से कैदियों को भी काफी लगाव है। वो इसलिए कि जेलर जेल को बेहतर बनाने में जुटे हैं। अन्य जेलों की तुलना में यहां की व्यवस्थाएं काफी अच्छी हैं। जेलर समय-समय पर वह खेलकूद प्रतियोगिता सहित साफ-सफाई के लिए अभियान चलाते रहते हैं। वह जेल के भीतर चिकित्सा कैम्प और बंदियों को गर्म कपड़े बांटने का भी कार्य कर चुके हैं।

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