उत्तर प्रदेश के कानपुर जिला में गुड्स गार्ड के लिए लोको अस्पताल में चल रहे मेडिकल में पास करने के नाम पर प्रति उम्मीदवार पांच-पांच हजार रुपये वसूले जा रहे थे। आरपीएफ विजिलेंस व रेलवे क्राइम इंटेलीजेंस ब्यूरो (सीआईबी) टीम ने लोको अस्पताल में छापा मारकर डॉक्टर आरके वर्मा और अटेंडेंट मनोज कुमार को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इनसे रिश्वत के 70 हजार रुपये बरामद हुए। आरपीएफ दोनों के खिलाफ आगे की कार्रवाई कर रही है।

जानकारी के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों से लोको अस्पताल में गुड्स गार्ड की मेडिकल प्रक्रिया चल रही थी। मेडिकल में पास होने के बाद ही उम्मीदवारों को नई तैनाती मिलनी थी। ऐसे में उम्मीदवारों से वसूली शुरू कर दी गई। गरज में उम्मीदवार भी पैसा दे रहे थे।

एक शिकायत के बाद आरपीएफ विजिलेंस के इंस्पेक्टर आदिल फैजान व रेलवे सीआईबी ने संयुक्त रूप से छापा मारकर रेलवे के डॉक्टर आरके वर्मा और अटेंडेंट मनोज कुमार को दो आवेदकों से पांच-पांच हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। जांच टीम ने प्रति उम्मीदवार पांच हजार रुपये के हिसाब से 14 उम्मीदवारों के मौके पर 70 हजार रुपये भी बरामद किए हैं। इन उम्मीदवारों का मेडिकल शुरू हो गया था। स्टेशन डायरेक्टर डॉक्टर जितेंद्र कुमार ने बताया कि जांच टीम ने डॉ. आरके वर्मा को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है, उनके विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जा रही है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद सीएम योगी ने भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सीएम योगी के सख्त निर्देशों के बाद भी भ्रष्टाचारी कर्मचारी अपनी आदतों से बज नहीं आ रहे हैं। कभी पुलिसकर्मी रिश्वत लेते पकड़े जा रहे हैं तो कहीं किसी और विभाग का अधिकारी। अब तो डॉक्टर भी रिश्वत लेते पकड़े जाने विभाग की खूब किरकिरी हो रही है।

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