उत्तर प्रदेश के आगरा जिला अस्पताल में उस वक्त हंगामा हो गया जब फार्मासिस्टों को डॉक्टर द्वारा सीनियर लैब टेक्नीशियन पर FIR दर्ज होने की जानकारी मिली। जिसके बाद फार्मासिस्ट एसोसिएशन और कर्मचारी संघ ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। फार्मासिस्टों का आरोप है कि जिला अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर प्राइवेट लैब की जांचे जबरन जिला अस्पताल में कराते हैं और मना करने पर गाली-गलौज और मारपीट पर उतारू हो जाते हैं।

जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर एन एम शर्मा अपनी दबंगई के लिए जिला अस्पताल में जाने जाते हैं। 24 जनवरी को अपनी प्राइवेट लाइफ की एक जांच लेकर जब हो सीनियर लैब टेक्नीशियन के पास पहुंचे। दोनों ने इसका विरोध किया। जिसको लेकर दोनों में तीखी झड़प हो गई। जिसके बाद आरोपी डॉक्टर ने सीनियर लैब टेक्नीशियन के खिलाफ थाने में FIR दर्ज कराई है। FIR की जानकारी होने के साथ ही बड़ी संख्या में फार्मासिस्ट और नर्सों के साथ कर्मचारी भी डॉक्टरों के खिलाफ हो गए।

इसके बाद जमकर धरना प्रदर्शन हुआ। मौके पर पहुंचे कर्मचारी संघ के नेताओं का कहना था कि आरोपी डॉक्टर किसी के साथ भी बदतमीजी और मारपीट पर उतारू हो जाता है जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर आला अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई नहीं की तो चिकित्सीय सेवाएं भी ठप कर दी जाएंगी। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेश बघेल और सीनियर लैब टेक्नीशियन एसके गुप्ता ने बताया कि साथ ही कर्मचारी नेताओं की मांग है कि आरोपी डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज कराई जाय।

इस मामले पर जब जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर सुबोध कुमार से कर्मचारियों ने मुलाकात की तो CMS दोनों ही पक्षों में समझौता कराने की बात कही। जिस पर कर्मचारी संघ तैयार नहीं हुआ और कार्रवाई ना होने की स्थिति में जिला अस्पताल की चिकित्सा सेवाएं ठप करने का ऐलान कर दिया है।

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