उत्तर प्रदेश की डॉ. शकुंतला मिश्रा यूनिवर्सिटी में दिव्यांगों को रोजगारपरक शिक्षा की व्यवस्था कराने के लिए जल्द ही ‘कॉलेज फॉर डेफ’ की स्थापना की जाएगी। इस योजना के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है। जिसे इस महीने के अंत तक परमिशन मिल सकती है।

नए अवसरों के लिए खुलेंगे द्वार:

वीसी प्रो. निशीथ राय ने बताया कि कॉलेज की योजना के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है। जिसे इस महीने के अंत तक परमिशन मिल सकती है। इस कॉलेज के खुल जाने से दिव्यांगों के लिए नए अवसरों के द्वार खुलेंगे। उन्होंने बताया कि सोमवार को डीन स्पेशल एजुकेशन के प्रो. आरआर सिंह दिल्‍ली में होने वाली बैठक में शामिल होंगे। फिलहाल ये कोर्स पायलट प्रोजेक्‍ट के तहत शुरू किया जाएगा।

पायलट बैच में 30 सीटों से होगी शुरुआत:

  • प्रो. निशीथ राय ने बताया कि कॉलेज बनाने के लिए 5 करोड़ का खर्च आएगा। इसमें 1.25 करोड़ केंद्र से मांगे गए हैं।
  • कॉलेज में बीवोक कोर्स को अगले सेशन से शुरू किया जाएगा, जिसमें 30 सीटें होंगी।
  • कोर्स के तहत स्‍टूडेंट को 6 महीने की पढ़ाई पर सर्टिफिकेट, 1 साल पर डिप्‍लोमा और 3 साल के पूरे कोर्स पर डिग्री मिलेगी।

कोर्स में 40 फीसदी जनरल सिलेबस होगा, जिसमें हिंदी और इंग्‍लि‍श सब्‍जेक्‍ट होंगे। वहीं 60 फीसदी सिलेबस में वोकेशनल पढ़ाई होगी।

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