देश के कोने-कोने में हिंदू धर्म का त्यौहार दशहरा अथवा विजयदशमी राम की विजय के रूप में मनाया जाता है। यह त्यौहार शारदीय नवरात्रि के पूरे होने पर महानवमी के एक दिन बाद दशमी के दिन मनाया जाता है। दुर्गा पूजा के रूप में दोनों ही रूपों में यह शक्ति पूजा का पर्व होने के साथ ही शस्त्र पूजन की तिथि भी है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ऐशबाग रामलीला मैदान पर बहुत ही भव्य कार्यक्रम का आयोजन पिछले कई दशकों से होता चला आया है। पिछले वर्षों दशहरा को यहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचे थे।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]भगवान राम का राज्यभिषेक करेंगे सीएम योगी[/penci_blockquote]
इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दशहरा के दिन गोरखपुर में हैं। सीएम कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच अंधियारी बाग रामलीला मैदान में जाकर भगवान श्रीराम का परंपरागत रूप से राज्याभिषेक करेंगे। इससे पहले गोरखनाथ मंदिर स्थित शिव मंदिर में वह पूजा करेंगे। इसके बाद हर साल की तरह श्रद्धालुओं द्वारा उनका तिलक किया जाएगा। तिलक कार्यक्रम खत्म होने के बाद मुख्यमत्री रथ पर सवार होकर मानसोरवर मंदिर पहुंचेंगे। वहां विधि-विधान से पूजा करने के बाद अंधियारीबाग रामलीला मैदान भगवान श्रीराम का राज्यभिषेक करने पहुंचेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री की सुरक्षा में बड़ी संख्या में पुलिस, पीएसी और रैपिड एक्सन फोर्स के जवान तैनात रहेंगे। अंधियारीबाग रामलीला में परंपरागत रूप से गोरक्ष पीठ के महंत या उत्तराधिकारी ही भगवान राम का राज्यभिषेक करते हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी महंत योगी आदित्यनाथ ने इस परंपरा को कायम रखा है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]तीन जोन में बंटा पूरा क्षेत्र, सीसीटीवी और ड्रोन से भी निगरानी [/penci_blockquote]
इस दौरान उनकी सुरक्षा के लिए गोरखनाथ मंदिर से लेकर अंधियारीबाग रामलीला मैदान तक के इलाके को तीन जोन में बांटा गया है। प्रत्येक जोन की सुरक्षा की कमान अपर पुलिस अधीक्षक के हाथ में होगी। उनके सहयोग के लिए सात क्षेत्राधिकारी, 12 थानेदार व इंस्पेक्टर, 100 दारोगा, 350 सिपाही, 32 महिला सिपाही एक कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स और दो कंपनी पीएसी तैनाती रहेगी। मुख्यमंत्री का विशेष सुरक्षा दस्ता भी इस दौरान मुस्तैद रहेगा। गोरखनाथ मंदिर से निकलकर मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ की शोभा यात्रा जिस रास्ते से गुजरेगी उस रास्ते पर सुरक्षा के समुचित प्रबंध किए गए हैं। पूरे रास्ते पर जगह-जगह सीसी टीवी कैमरे लगाए गए हैं। पूरे समय तक ड्रोन कैमरे से भी शोभा यात्रा की निगरानी की जाएगी।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]यूपी भर में होगा दशहरा का पर्व[/penci_blockquote]
दशहरा के मौके पर कई जगहों पर रावण वध का आयोजन किया जाता है। नौ दिनों से चलनेवाली रामलीला का यह समापन दिन होता है जब भगवान राम रावण के पुतले का धनुष से संहार करते हैं। इस मौके पर कई जगहों पर रामलीला के मंचन का आयोजन किया जाता है। रामलीला की झांकियों में विभिन्न किरदार रामायण के पात्रों की प्रस्तुति देते हैं। विजया दशमी यानी दशमी के दिन भगवान राम के विजय मिलने का महापर्व के रुप में मनाया जाता है जब वह अपने भाइयों और पत्नी सीता के साथ अयोध्या नगरी लौटे थे। दशहरा का मतलब ही होता है दसवीं तिथि। हिंदू ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक सालभर में 3 सबसे शुभ घड़ियां होती हैं। पहली चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, दूसरी कार्तिक शुक्ल की प्रतिपदा और तीसरा है दशहरा। ऐसी मान्यता है कि जिस भी काम की शुरुआत इस दिन की जाती है उसमें जरुर कामयाबी मिलती है। इसलिए इस दिन किसी भी काम का आरंभ उसमें सफलता की गारंटी माना जाता है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]नीलकंठ भगवान के दर्शन करना होता है अत्यंत शुभ[/penci_blockquote]
दशहरे के दिन नीलकंठ भगवान के दर्शन करना अति शुभ माना जाता है। इस दिन वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम, सोना, आभूषण नए वस्त्र इत्यादि खरीदना शुभ होता है। सुबह में शमी के पेड़ की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। दशहरा के दिन नए कार्य की शुरुआत करना बेहद अच्छा माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन किसी भी काम की शुरुआत करने से उसमें सफलता जरूर मिलती है। रावण दहन के बाद की थोड़ी राख को घर में रखना काफी शुभ माना जाता है।

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