योगी सरकार के सर्व शिक्षा अभियान की पोल खुलती दिखाई दे रही है. बच्चों को ड्रेस देने का बजट तक स्कूल में नहीं पहुँच पा रहा है. ताजा मामला फर्रुखाबाद के कमालगंज का है जहाँ शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल (anupama jaiswal) एक कार्यकम में शिरकत करने पहुंची थीं.

बजट नहीं मिला तो हुआ खुलासा:

  • कमालगंज में शिक्षा सृजन कार्यक्रम में शिरकत करने मंत्री अनुपमा जायसवाल पहुंची थी.
  • इस कार्यक्रम से जो ख़बरें आई हैं वो सरकार की शिक्षा से जुड़ी योजनाओं की पोल खोलने वाली हैं. खबर है कि मंत्री अनुपमा जायसवाल ने शिक्षकों के पैसों से बनी ड्रेस का वितरण कर दिया.
  • स्कूलों के अध्यापकों ने जेब से पैसे खर्च कर शिक्षा मंत्री अनुपमा जैसवाल से बच्चों की ड्रेस वितरित कराई.
  • मामला तब सामने आया जब इसके लिए बजट नहीं आया.
  • वहीँ दूसरी मंत्री अनुपमा जायसवाल पर बेसिक शिक्षा विभाग को न संभाल पाने का आरोप भी लगा है.
  • कई स्कूलों में किताबें नहीं हैं.
  • अभी तक ‘होमगार्ड यूनिफार्म‘ में छात्र कई स्कूलों में देखे जा सकते हैं.
  • सत्र के 23 दिनों बाद भी किताबें नहीं पहुचीं हैं.
  • बिना किताबों के प्राइमरी और सेकेंडरी के छात्र कैसे पढ़ाई करेंगे.

सीएम योगी ने 1 जुलाई तक किताबें पहुँचाने का दिया था निर्देश:

  • सीएम ने 1 जुलाई तक किताबें मुहैया कराने का वादा किया था.
  • सरकार ठेकेदार पर कार्रवाई नहीं कर रही है. बेसिक शिक्षा विभाग ने 29 अगस्त तक का वक्त दिया.
  • जबकि विभाग से मिलीभगत का नतीजा बच्चे भुगत रहे हैं.
  • 1.65 करोड़ छात्रों को किताबें निशुल्क उपलब्ध करानी हैं.
  • 53 टाइटल्स की तकरीबन सवा नौ करोड़ किताबों की सप्लाई में अभी तक 10 टाइटल्स की किताबों की शुरुआत भी नहीं हुई है.
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