इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काऊन्सिल (आईजीबीसी) (indian green building councils) जो कि भारत में किसी सिस्टम को ग्रीन सिस्टम प्रमाणित करने के लिये सर्वोच्च संस्था है, आईजीबीसी द्वारा लखनऊ मेट्रो रेल कार्पोरेशन को एक ग्रीन मेट्रो सिस्टम के रूप में प्रमाणित किया गया। उसने लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) को एक “ग्रीन मेट्रो रेल सिस्टम” के रूप में प्रमाणित किया।फलस्वरूप “प्रायरिटी कोरीडोर” के ट्रान्सपोेर्ट नगर से चारबाग तक के सभी आठ स्टेशनों को प्लेटिनम रेटिंग प्रदान किये गये हैं।

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सर्वोच्च मूल्यांकन है आईजीबीसी

  • एलएमआरसी के प्रवक्ता ने बताया कि प्रायोरिटी काॅरिडोर के आठों मेट्रो स्टेशनों के लिए रघुपति, उप महानिदेशक, सी.आई.आई.- आई.जी.बी.सी. के द्वारा कुमार केशव, प्रबन्ध निदेशक को एलएमआरसी कार्यालय गोमती नगर में प्लेटिनम सार्टिफिकेट व बैच प्रदान किया गया।
  • इस मौके पर कुमार केशव ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुये प्लेटिनम सार्टिफिकेट के लिए सी.आई.आई.- आई.जी.बी.सी. की टीम को धन्यवाद किया।
  • इस मौके पर उन्होंने कहा कि स्टेशन पर खपत ऊर्जा की बचत पर इसका प्रभाव पड़ेगा।
  • यह प्लेटिनम सार्टिफिकेट लखनऊ मेट्रो की उन्नति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
  • लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) को प्रदान किया गया यह पुरस्कार किसी भी सिविल स्ट्रक्चर अथवा बिल्डिंग को दिया जाने वाला सर्वोच्च मूल्यांकन है।
  • यह एलएमआरसी द्वारा प्राप्त की गई दूसरी महान उपलब्धि है।
  • यहां यह उल्लेखनीय है कि लखनऊ मेट्रो के वाणिज्यिक उपयोग के बहुत पहले ही इसे “ग्रीन मेट्रो रेल” के रूप में प्रमाणित किया गया है।

उप्र में पहला सरकारी संगठन एलएमआरसी

  • एलएमआरसी पूरे उप्र में पहला सरकारी संगठन है जिसे आई.जी.बी.सी ग्रीन रेटिंग से प्रमाणित किया गया है।
  • लखनऊ मेट्रो राज्य (indian green building councils) की भी पहली ऐसी सार्वजनिक परिवहन प्रणाली है जिसे परिषद से उच्चतम रेटिंग प्राप्त हुई है।
  • आईजीबीसी प्रमाणन का मतलब है कि एलएमआरसी ने पर्यावरण की परवाह को ध्यान में रखते हुये स्थयी हरित प्रणाली बनाई है।
  • निर्माण एवं परिचालन में डिजायन बनाते समय हरित अवधारणाओं को लागू करते हुये परम्परागत मास रैपिड ट्रान्जिट रेल सिस्टम (एमआरटीएस) में अतिरिक्त लाभों की परिकल्पना पर्यावरण, मेट्रो रेल के प्राधिकारियों तथा यात्रिओं के लिये इस तरह की गई है।
  • इन प्रमाणित स्टेशनों से समाज को निम्न लाभ प्राप्त होंगें।
  • साफ, हरित एवं सुरक्षित यात्रा।
  • रेलवे, एयरपोर्ट और बस स्टेशन के बीच बेहतर संयोजकता।
  • दिच्यांगों के लिये सार्वभौमिक पहुँच।

यहां से खरीद सकते हैं गोस्मार्ट कार्डस

  • लखनऊ मेट्रो आफिस, एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग, विपिन खण्ड, गोमती नगर, लखनऊ।
  • ट्रान्सपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन, जी एवं सी लिफ्ट के करीब, भूतल पर।
  • चारबाग मेट्रो स्टेशन, ग्राऊण्ड लेवल, बाहर शटर की ओर।
  • एचडीएफसी बैंक लि, नाका हिंडोला शाखा, होटल दयाल बिल्डिंग, 76/13, गुरूद्वारा रोड, थाना नाका हिंडोला, लखनऊ।

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  • एचडीएफसी बैंक लि, भूतल, 56 एव 57, चन्दर नगर, आलमबाग, लखनऊ।
  • गोस्मार्ट कार्ड केवल उपरोक्त स्थानों पर ही उपलब्ध होगें।
  • मेट्रो के वाणिज्यिक उपयोग यानी दिनांक 6 सितम्बर, 2017 से मेट्रो से यात्रा करने वाले लोग सभी मेट्रो स्टेशनों से टोकेन तथा टुरिस्ट कार्डस प्रातः 10-00 बजे से सायं 05-00 बजे तक खरीद सकते हैं।
  • गोस्मार्ट कार्ड रू. 200 में उपलब्ध होगें जिसमें वापसी सुरक्षित धनराशि रू. 100 सम्मिलित है।
  • मेट्रो से यात्रा करने पर न्यूनतम किराया रू. 10 तथा 18 स्टेशनों से ज्यादा यात्रा करने पर अधिकतम किराया रू. 60 है।
  • लखनऊ मेट्रो से यात्रा करने वाले यात्री एक से अधिक यात्राओं के लिये गोस्मार्ट कार्ड खरीद सकते हैं।
  • उन्हें टोकेन खरीदने के लिये लाईन मे नहीं खडा होना पड़ेगा।
  • मेट्रो गो स्मार्टकार्ड से (indian green building councils) यात्रा करने पर प्रत्येक यात्रा में यात्रिओं को 10 प्रतिशत की छूट प्राप्त होगी।
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