लेसा के सिस गोमती क्षेत्र में बिजली बिल घोटाला उजागर हुआ है। जांच में पता चला है कि ऐशबाग खंड के अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) ने बिजली चोरी के बाद निर्धारित राजस्व बिलों में से गुपचुप तरीके से लाखों रुपए की रकम कम कर दी। उन्होंने बिजली बिल से रकम कम करने के लिए न तो उच्च अफसर से अनुमोदन लिया और न उच्च समिति से कनेक्शन स्थलों की जांच कराई। जांच में इस खेल का खुलासा होने के बाद अधिशासी अभियंता को हटाकर टीम से ऑडिट कराने की तैयारी है।

निगम के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अधिशासी अभियंता की कारस्तानी की पुष्टि 6 बिजली चोरी के बिलों जांच में हुई है। जबकि इस तरह का खेल 150 से 200 बिलों में किए जाने की आशंका है। टीम बनाकर इसकी जांच कराई जाएगी। उधर, सूत्रों ने बताया कि ऐशबाग के अतिरिक्त 6 खंडों के अधिशासी अभियंताओं ने भी बिल से रकम निकाल कर लाखों रुपये के राजस्व की चपत लगाई है। अधिशासी अभियंता ने लोड को कम करने के लिए उसकी जांच कराने के बजाय एक टेक्निशियन से करा दी। इस संबंध में एमडी संजय गोयल ने बताया राजस्व निर्धारित बिल को सांठगांठ से कम करने का गंभीर मामला है। गोपनीय रूप से जिन प्रकरणों की जानकारी मिली थी। उनकी जांच में रकम को कम करके लेसा को चपत लगाने का खुलासा हुआ है। मामले की जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।

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