प्रदेश भर के कई जिलों में प्राथमिक विद्यालयों के इस्लामीकरण का मामला तूल पकड़ रहा है. देवरिया और सिद्धार्थनगर के इस्लामी बने प्राथमिक स्कूलों के बाद अब इसी कड़ी में फैजाबाद का नाम भी शामिल हो गया है. फैजाबाद जिले का एक प्राथमिक विद्यालय मदरसे बदल चुका है. बता दें विद्यालय परिषदीय व्यवस्था के तहत संचालित होता है. लेकिन पिछले 20 सालों से इस्लामिक प्रणाली के अनुसार विद्यालय संचालित हो रहा है. रविवार के बजाय जुमा यानी शुक्रवार स्कूल में अवकाश रहता है. वहीं रविवार को क्लास चलती है. 

प्राथमिक स्कूल के इस्लामीकरण का मामला:

फैजाबाद जिले के तहसील सोहावल से थोडा दूर कोला सरीफ गाँव का प्राथमिक विद्यालय परिषदीय व्यवस्था के तहत संचालित हो रहा है .  जिसके नाम में इस्लामिया जुड़ा है. जिसको लोग मदरसा के रूप में जानते है.

कोला सरीफ गाँव मुस्लिम बहुल क्षेत्र है. जहाँ सरकारी विद्यालय का नाम प्राथमिक / पूर्व माध्यमिक इस्लामिया फैजाबाद है.  इस विद्यालय के परिसर में प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक जिसे आप जूनियर कह सकते है. दोनों स्कूल के बच्चे पढ़ते है.

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शुक्रवार को होती है छुट्टी:

बता दें कि इस स्कूल में 106 बच्चे पढ़ते है. यह पर प्राथमिक स्कूल में सरकारी छुट्टी रविवार की जगह जुमे यानि शुक्रवार को होती है. वही जूनियर स्कूल में सरकारी छुट्टी रविवार को होती है.

यहाँ पर दो अलग अलग प्रधानाचार्य तैनात है. प्राथमिक स्कूल में अलग प्रधानाध्यापक है. वहीं जूनियर सेक्सन में अलग प्रधानाध्यापक तैनात है. लेकिन परिसर एक है. और सरकारी छुट्टी अलग अलग है.

यहाँ तैनात दोनों प्रधानाचार्यों का कहना है कि इस स्कूल का नाम इस्लामिया कब पड़ा, इसकी उनको जानकारी नहीं है लेकिन यह पहले मस्जिद में चलता था. बता दें कि स्कूल लगभग 20 से ज्यादा साल पुराना है. प्राथमिक विद्यालय में सालों से छुट्टी जुमे के दिन होती आ रही है और आज भी हो रही है. यह एक परम्परा चली आ रही है . जिसको वह भी निभा रहे है .

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