“शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा”

उत्तर प्रदेश के अमेठी की वीर भूमि को शहीद की चिता पर मेले लगवाने का सौभाग्य प्राप्त है. जी हां, अमेठी जिले के मुसाफिरखाना विकास खंड के अंतर्गत दादरा गांव में हर बरस एक शहीद की चिता पर मेला लगता हैं.  कारगिल शहीद वीरेंद्र सिंह के शहादत स्थल दादरा गाँव में हर वर्ष मेला लगता है.

[penci_blockquote style=”style-3″ align=”none” author=””]बता दें कि पिछले करीब 17 सालों से यहां मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं. मेले में आसपास के गांवों के हजारों लोग यहां पहुंचते हैं।[/penci_blockquote]

[hvp-video url=”https://www.youtube.com/watch?v=prPqSmYQlp8&feature=youtu.be” poster=”https://www.uttarpradesh.org/wp-content/uploads/2018/10/fair-for-remembering-martyr-become-tradition-for-many-years.jpg” controls=”true” autoplay=”true” loop=”true” muted=”false” ytcontrol=”true”][/hvp-video]

श्रद्धांजली देकर अमर शहीद को किया जाता है याद

हर साल के तरह इस साल भी शहीद की याद में आयोजित इस मेले की शुरुआत रणवीर सिंह, देवेंद्र सिंह, रमाकांत तिवारी, अरुण सिंह, अवधेश सिंह, सोनू सिंह, धनंजय सिंह आदि तमाम लोगो की उपस्थित में कारगिल शहीद वीरेंद्र सिंह की प्रतिमा पर पुष्पाजंलि अर्पित करके की. शहीद को नमन करते हुए सभी ने उनकी शहादत पर गर्व करते हुए नारे लगाये ।

शासन सहित जन प्रतिनिधि भी नही ले रहे रुचि

अमर शहीद वीरेंद्र सिंह सेवा संस्थान के सचिव रणवीर सिंह ने हर साल एक परंपरा की तरह लगने वाले इस मेले के बारे में बात करते हुए बताया कि शासन और जनप्रतिनिधियों की तरफ से मेले के आयोजन में कोई सहयोग नहीं मिलता है. आपसी सहयोग से मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करते हैं

ये चाहते हैं शहीद के परिजन

इस दौरान शहीद के पिता रवि करन सिंह ने शहीद वीरेंद्र सिंह की जीवनी के बारे में कक्षाओं में पढ़ाए जाने की मांग भी रखी, ताकि उनके बारे में नई पीढ़ी के बच्चे जान सकें.

वही क्षेत्रीय लोगो का कहना है कि शहीद वीरेंद्र सिंह के नाम पर स्टेडियम का निर्माण भी कराया जाना चाहिए. बता दें कि मेले के दौरान यहां खेलकूद प्रतियोगिताएं भी होती हैं.

शहीद स्मारक स्थल उपेक्षित

बता दें शहीद स्मारक की तरफ जाने वाला मार्ग कुछ दूर तक अभी भी पगडंडी में तब्दील है. बरसात के मौसम स्थल तक पहुँचने में परेशानी का सामना करना पड़ता है.

स्थानीय लोगों ने इस बाबत बताया कि शहादत स्थल के चारों तरफ चार-दीवारी लगाया जाना जरूरी है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम

मेले के दौरान रविवार को अमेठी के प्रसिद्ध अवधी आल्हा गायक विंध्याशरण शुक्ल का आल्हा गायन और स्कूली बच्चों ने तरह तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये. वही युवाओं ने खेल कूद प्रतियोगिता में भाग लिया ।

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें