राजधानी लखनऊ के निगोहां स्थित गौतमखेड़ा गांव की साधन सहकारी समिति पर नकली डीएपी खाद की गुणवत्ता को लेकर किसानों ने हंगामा काटा। घटना की जानकारी पर निगोहां पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन किसान नहीं मानें। इसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम मोहनलालगंज ने किसानों से बातचीत की और खाद के नमूने को जांच के लिए भेजा और गोदाम को भी सील करवाया, तब जाकर किसानों का गुस्सा शांत हुआ।

एसडीएम मोहनलालगंज सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि खाद के नमूने को जांच के लिए भेजा गया है और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। समिति के गोदाम को सील कर दिया गया है। इसके अलावा जो भी खाद किसानों ने वापस की है, जांच रिपोर्ट आने के बाद अगर खाद नकली निकली तो किसानो को रुपये वापस किए जाएंगे और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान समिति पर काफी तनावपूर्ण स्थिति देखने को मिली। वहीं, इस संबंध में टिकैट गुट के तहसील अध्यक्ष राजेश कुमार रावत ने उपजिलाधिकारी को पत्र देकर कार्यवाही की मांग की।

जानकरी के मुताबिक, साधन सहकारी समिति गौतमखेड़ा गांव में सोमवार को किसान खाद लेने के लिए नहीं बल्कि समिति पर खाद वापस करने के लिए जमा हुए थे। आरोप था कि उन्हें समिति के माध्यम से नकली खाद दी जा रही है। इसको लेकर किसान काफी गुस्से में थे। उनका कहना था कि जब खाद को पानी में मिलाया तो काला रंग छूट रहा है। आरोप लगाया कि समिति के गोदाम से सटी हुई मंडी परिषद की भी दुकानें बनी हुई है। इसमें नकली खाद का गोदाम है। जो समिति के सचिव की देखभाल में रहता है, जब किसान खाद लेने समिति पहुंचता है तो मंडी परिषद की दुकान से उसे खाद दे दी जाती है। किसानों ने मामलें की तहरीर भी निगोहां पुलिस को दी। किसान जब नहीं मानें तो मौके पर एसडीएम मोहनलालगंज पहुचे और कार्रवाई का आश्वासन दिया।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]पांच धान मिलर्स पर होगी कार्रवाई[/penci_blockquote]
जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी धनंजय सिंह ने सोमवार को दो मिलर्स को 30 नवंबर तक अनुबंध करवाने का नोटिस थमाया है। इसके अलावा डिफाल्टर घोषित तीन मिलर्स को निजी धान खरीद मामले में तीनों दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है। अनुबंध पेश न करने पर इन मिलों पर कभी भी ताला जड़ा जा सकता है। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि डिफाल्टर घोषित मोहनलालगंज स्थित श्रीलाल ऑयल एंड फूड्स और अन्नपूर्णा फूड्स सहित जीएवी एग्रो प्राइवेट लिमिटेड (गोसाईंगंज) निजी धान की खरीद कर रही हैं। यह सरकारी क्रय नीति का उल्लंघन है। लिहाजा इन तीनों मिलर्स से अगले तीन दिनों के भीतर देयता पूरी करने के साथ ही अनुबंध के दस्तावेज तलब किए गए हैं। साथ ही इनके मंडी एवं जीएसटी रजिस्ट्रेशन निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं दूसरी तरफ मोहनलालगंज स्थित ही महावीर और जेएमवी मिलर्स को नोटिस दिए जाने के बावजूद अब तक धान की कुटाई के लिए अनुबंध न करवाने के संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

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