यूपी के हापुड़ जिले से एक शर्मसार कर देने की घटना सामने आई है। योगी सरकार की पुलिस द्वारा बाप-बेटे की हत्‍या के बाद हत्‍यारोपियों पर कोई कार्रवाई ना होने और धमकी मिलने के बाद एक पीड़ित परिवार ने गांव से पलायन कर दिया है। मर्डर के बाद धमकी मिलने के बाद पीड़ित परिवार डरा हुआ था।
  • जिसके बाद परिवार ने गांव छोड़ दिया और अपना दर्द घर के बाहर एक पोस्‍टर पर बयां किया है।
  • जिसपर लिखा है दबंगो के डर से घर छोड़ दिया है।
  • पीड़ित परिवार का आरोप है कि बेटे की हत्या के मामले में गवाह बने पिता पर आरोपी पक्ष दबाव बना रहा था और बात ना मानने पर आरोपियों ने मृतक के पिता की भी हत्या कर दी थी।
  • जिसका शव कुछ दिन पहले ही एक ईख के खेत में पड़ा मिला था। इस मामले में पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में है।

क्या है पूरा घटनाक्रम?

  • गौरतलब है कि थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के गांव बिगास में रहने वाले पीड़ित परिवार की माने तो 2012 में गांव के कुछ दबंग लोगों ने उनके बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
  • इस मामले में मृतक के पिता गवाह थे।
  • जिन पर आरोपी पक्ष लगातार फैसले का दबाव बना रहा था और फैसला न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहा था।
  • इसकी शिकायत मृतक परमानंद ने कई बार हापुड़ पुलिस के आलाअधिकारियों से भी की थी।
  • लेकिन हापुड़ पुलिस की लापरवाही के चलते आरोपी पक्ष ने फैसला न करने पर 8 नवंबर 2017 को परमानंद की भी हत्या कर दी।
  • जिसका शव एक खेत में पड़ा मिला था।
  • पुलिस से मामले की अनेक बार शिकायत करने के बाद भी पीड़ित परिवार की कोई सुनवाई नहीं हुई।
  • जिसके चलते पीड़ित परिवार ने दबंगों की दबंगई की कारगुजारी का पोस्टर बनाकर अपने गांव स्थित घर के दरवाजे पर लगा दिया और गांव से पलायन कर गए।
  • पलायन की सूचना के बाद सुनिए कैसे पुलिस के अधिकारियों की जबान लड़खड़ाने लग गयी है।
  • कैसे हापुड़ के डीएसपी राजेश सिंह पुलिस की तारीफ करते नजर आ रहे हैं।
  • पुलिस अपनी नाकामी छुपाने में लगी है तो वहीं अब पुलिस अधिकारी इस मामले में जांच कराकर कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
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