अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति द्वारा डालीबाग स्थित गन्ना किसान संस्थान में किसान मुक्ति सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में किसान मौजूद थे। इस दौरान यूनियन ने मांग की कि किसान को कर्ज मुक्त किया जाए क्योंकि किसान आत्महत्या करने को मजबूर है। यूनियन ने स्वामी नाथन आयोग को लागू करने की मांग भी की। कहा कि वृद्ध किसानों को 25 सौ रुपये की मासिक पेंशन दिया जाना चाहिए। कहा कि प्रदेश सरकार के 2018 बजट से किसान संतुष्ट नहीं हैं।

मेधा पाटेकर ने कहा कि सरकार ने किसानों को सिर्फ झूठे आश्वासन दिए। घोषणा पत्रों में किए गए वादों को सरकार ने पूरी नहीं की। मोदी और योगी ने सिर्फ साजिश की है। वित्तमंत्री अरूण जेटली कहे शब्दों को मैनें सुना। जनता ने सरकार को 2019 तक का सत्ता संभलने का मौका दिया है उन्हें 2022 तक का नहीं, इसलिए उन्हें 2019 तक किसानों के बारे में सोचना चाहिए। उसके बाद जनता सोचेगी कि आपका क्या करना है। इस दौरान हजारों की संख्या में किसान मौजूद रहे। यूनियन लीडर मेधा पाटेकर ने मांग की कि किसान को कर्ज मुक्त किया जाए क्योंकि किसान आत्महत्या करने को मजबूर है। किसानों का स्थिति आए दिन खराब हो रही है। कर्ज में डूबे किसान आत्महत्या कर रहे है, आखिर कब चेतेगी सरकार।

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वृद्ध किसानों को पेंशन दिए जाने की मांग

इस दौरान किसानों के पेंशन दिए जाने की मांग की। कहा कि वृद्ध किसानों को 25 सौ रुपये की मासिक पेंशन दिया जाना चाहिए जिससे कि किसान को सहायता मिल सके। कहा कि प्रदेश सरकार के 2018 बजट से किसान संतुष्ट नहीं हैं। इस बजट को कारपोरेट का पक्षधर बताते हुए कहा कि यूपी व केन्द्र सरकार का यह बजट सिर्फ कारपोरेट जगत को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया है। इस बजट में किसानों के हित के बारें में नहीं सोचा गया है, सिर्फ किसानों को छला गया है। मोदी और योगी सरकार ने सिर्फ किसानों को झूठा आश्वासन दिया है। सरकार ने किसानों के साथ फरेब किया है। इस मौके पर हजारों की संख्या में किसान मौजूद रहें।

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