एक औलाद की चाहत में लोग मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारा में मन्नतें मांगते फिरते हैं। परंतु उनको औलाद नसीब नहीं होती है। औलाद का महत्त्व इसी बात से समझा जा सकता है कि बहराइच जिला में एक पिता अपने बेटे को बचाने के लिए तेंदुए से लड़ गया। यह जंग काफी देर तक चली चीख पुकार सुनकर जब ग्रामीण दौड़े और तेंदुए को दौड़ाया तब तक पिता घायल हो चुका था। परिजनों ने घटना की सूचना वन विभाग को देते हुए युवक को इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुचाया। जहां पर युवक का उपचार शुरू हो गया है। जिला अस्पताल में मौजूद वन विभाग के दीपक सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही हम लोग जिला अस्पताल पहुंचे हैं। घायल युवक का इलाज चल रहा है। उच्च अधिकारियों को घटना की सूचना दे दी गई है। डीएफओ से बात करके घायल युवक को मुआवजा दिया जाएगा।

घायल जांबाज पिता अस्पताल में भर्ती

  • रामगांव थाना क्षेत्र के सरयूपुरवा पोस्ट रेहुआ मंजूर निवासी कुनऊ (35) पुत्र गोमती बीती रात घर में खाना खाकर अपने बेटे के साथ सोए हुए थे।
  • परिजनों के मुताबिक रात लगभग 12 बजे घर में तेंदुआ घुस आया।
  • तेंदुआ सीधे सो रहे एक वर्षीय मासूम की ओर बढ़ रहा था कि तभी कुनऊ उठ पड़े और बेटे की ओर जा रहे तेंदुए को हाका लगाने लगे।
  • लेकिन तेंदुआ चारपाई पर सो रहे मासूम की ओर बढ़ता जा रहा था।
  • बेटे की जान को खतरें में देख पिता तेंदुए को भगाने के लिए उसके आगे आ गया।
  • अपने आगे युवक को देख तेंदुआ हमलावर हो गया।
  • युवक और तेदुए का संघर्ष घर में लगभग 15 मिनट तक चलता रहा।
  • तेंदुआ अपनी हार मानने को तैयार नहीं था। तब तक युवक को कई बार चेहरे पर तेदुए ने हमला कर चुका था।
  • घर में मौजूद सभी परिजन मिलकर हांका लगाए तब जाकर तेदुआ घर से भागा।
  • इसी दौरान घर के पास के दूसरे सदस्‍य भी आ गए और शोर सुनकर तेंदुआ वहां से भाग खड़ा हुआ।
  • तेंदुआ तो भाग गया लेकिन बेटे की जान बचाने वाला पिता गंभीर रूप से घायल हो चुका था।
  • परिजनों ने इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है जहां घायल पिता का उपचार किया जा रहा है। 
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