राजधानी के विभूतिखण्ड थाना क्षेत्र स्थित न्यू हाईकोर्ट के परिसर में संचालित कैंटीन में लगे एमसीवी में शार्ट सर्किट से आग लग गई। कैंटीन में धुंआ उठा देख लोगों ने शोर मचाया और इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर जब तक दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची तब तक कैंटीन की बिजली काटकर आग बुझा दी गई। आग लगने से कोई हताहत नहीं हुआ है। इस दौरान कैंटीन की वायरिंग जलकर राख हो गई। इसे इलेक्ट्रिशियन बुलाकर दुरुस्त कराया जा रहा था।

सीएम भी थे कार्यक्रम में पहुंचने वाले

न्यू हाईकोर्ट परिसर में उत्तर प्रदेश जूडिसियल सर्विस एसोसिएसन के 41वें अधिवेशन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे। उनके साथ ही इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश दिलीप बी भोसले भी पहुंचे। सीएम के आने से पहले ही कैंटीन में आग लगने की सूचना ने अफसरों के रोंगटे खड़े कर दिए। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे वहां बिजली के तारों की वायरिंग में आग लगी होने की बात पता चलने पर उन्होंने राहत की सांस ली। बताया जा रहा है कि आग लगने से कैंटीन में रखा हल्का सामान भी जल गया लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

कार्यक्रम में मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीबी भोंसले नें अपने संबोधन में कहा कि न्याय पालिका के सामने बहुत चुनौतियां है। न्यायालयों में मुकदमों की भरमार है। नए मुकदमें भी दाखिल हो रहे हैं। ये बताता है कि आम आदमी का न्याय व्यवस्था पर भरोसा है। निचली अदालतों में 60 लाख से अधिक मुकदमे लंबित है। 1942 का एक मामला आज भी लंबित है। इसके कई वजह हो सकती है। शासन और प्रशासन के सहयोग से लंबित मुकदमों का निपटारा हो सकता है। कई ज़िला न्यायधीश आज भी देर से कोर्ट देर से पहुंचते हैं। वहीं प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि हमारी सरकार सस्ता और सुलभ न्याय दिलाने के लिए कटिबद्ध है। लोक अदालतों के ज़रिए बड़ी तादाद में मुकदमों का निपटारा किया जा रहा है। न्याय व्यवस्था को और बेहतर बनाने की कोशिश जारी है।

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