उत्तर प्रदेश के राजभवन में राज्य स्तरीय प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। राजभवन में प्रदर्शनी का समापन राज्यपाल रामनाईक के हाथों हुआ। इस दौरान राज्यपाल ने प्रतिभागियों को सम्मानित किया। प्रतियोगिता में 1083 प्रतियोगियों की ओर से 4138 प्रविष्टियों का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान लोगों ने विभिन्न प्रकार के शाकभाजी और पुष्प को देखा और उसकी तरफ बरबस ही आकर्षित हो गए। युवा वर्ग भी इस प्रदर्शनी में पहुंचे थे, जहां वह सेल्फी लेने का कोई भी मौका छोड़ नहीं रहे थे। इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि राजभवन में ऐसे आयोजन हम सबको प्रेरणा देते रहते है।

पढ़ लिख कर खेती कर रहे हैं किसान

राजभवन के प्रांगण में कई प्रोग्राम होते है इनका अपना महत्व होता है। आज की प्रदर्शनी का आनन्द भी अलग प्रकार का है। यहां पर सबसे पहले फूलों का प्रदर्शन 1986 में हुआ तब से ये प्रदर्शनी चल रही है। यहां किसान मेहनती है। कुछ लोग किसानों को अनपढ़ कहते है, लेकिन अब किसान पढ़ लिख कर खेती कर रहे है। 25 फरवरी से 10 मार्च तक राजभवन आमलोगों के लिए खुला रहेगा। इस दौरान 1 व 2 मार्च को होली की वजह से राज्य स्तरीय प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी बंद रहेगा।

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सब्जी-फूलों से कृषि आय का 28 फीसद हिस्सा

उद्यान विभाग के अधिकारियों का कहना है कि किसानों के कृषि से कमाई में 28 फीसद हिस्सा सब्जी और फूलों का है। ऐसे में किसान इनकी खेती कर अधिक आमदनी कर सकते हैं। इससे पहले वन एवं पर्यावरण जंतु उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान ने प्रदर्शनी में पहुंचे जहां उन्होंने अवलोकन कर अधिकारियों से जानकारी हासिल की। समारोह में राज्यपाल रामनाईक के साथ उनकी पत्नी कुंदा नाईक मौजूद रही। रविवार को प्रदर्शनी दर्शकों के लिए सुबह नौ बजे से शाम सात बजे तक खुली रही। शाम चार बजे राज्यपाल रामनाईक विजेताओं को पुरस्कृत कर प्रदर्शनी का समापन किया।

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