राजधानी में मॉल ,रिटेल स्टोर व दुकानों में घटिया तरीके से पैकजिंग और ख़राब सामान की बिक्री धड्ड्ले से चल रही है। नमूनों को सैंपलिंग करके जांचे के लिए भेजे गए थे जो की कसौटी पर खरे नहीं उतर पाए। फरवरी से लेकर अप्रैल तक भेजे 50 नमूनों में से 21 की नेगेटिव रिपोर्ट आयी है।

इन चीजों के नमूने हुए जाँच में फेल-

  • पतंजलि के शहद से लेकर ब्रांडेड बेसन लड्डू , दही के नमूने जाँच में फेल हुए है।
  • नमकीन ,मीट व सब्ज़ी मसाला से लेकर 21 नमूने जाँच में खरे नहीं उतरे।
  • सोयाबीन और रिफाइंड आयल का नमूना अन्सेफ  श्रेणी में फेल ।
  • सोयाबीन और रिफाइंड आयल की रिपोर्ट (जानलेवा स्तर ) तक फेल आयी।
  • एफएसडीए दो श्रेणी में रखकर करती है जाँच नमूनों की।
  • पैकजिंग एक्ट को अनदेखा कर बेचा जा रहा है सामान।
  • नमूनों से जुडी दुकानों को 1 माह की नोटिस भेजने के साथ रेफरल लैब में जाने की मोहलत दी जाएगी।
  • 1 महीने में अपील न करने पर दुकान मालिकों के ऊपर एसडीएम सिटी द्वारा कोर्ट में मुकदमा दर्ज करते हुए जुरमाना लगाया जायेगा।
  • आपको बता दे इससे पहले भी कई बार एफएसडीए ने लखनऊ में छापेमारी की है दुकानदारों पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता।
  • बीते दिनों चारबाग़ की दूध मंडी में भी एफएसडीए ने छापेमारी कर दूध के नमूने लिए थे साथ ही मनक पर खरे न उतर रहे व्यपारियो पर जुरमाना भी लगाया था।

 

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