रविवार को बसपा प्रमुख ने आगरा में रैली करके यूपी चुनाव का शंखनाद कर दिया है। इसके बाद भी बहुजन समाज पार्टी  में शुरू हुआ बगावत का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। एक के बाद एक नेता पार्टी प्रमुख पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी से अलग होते जा रहें हैं। वही, पार्टी नेतृत्व का दावा है कि टिकट काटे जाने के कारण मौकापरस्त लोग दूसरी जगहों पर ठिकाना तलाश रहें हैं।

  • फिलहाल बसपा नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला थम नहीं रहा है।
  • प्रमुख नेताओं के बाद अब बसपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मतेश सोनकर ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है।
  • पूर्व मंत्री ने रविवार को सिराथू स्थित अपने आवास पर बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पार्टी छोड़ने के फैसले से अवगत कराया।
  • मतेश ने भी बसपा प्रमुख मायावती पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया है।

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  • उन्होने कहा कि मायावती के इस कृत्य से कांशीराम और डॉ अंबेडकर के सपनों को धक्का लगा है।
  • इसके साथ ही सोनकर ने कहा कि अब बसपा में गरीब और मजलूमों का सम्मान नहीं रह गया है।
  • उन्होनें मायावती पर पैसे लेकर दलितों के वोट बेचने और उन्हें गुमराह करने के आरोप भी लगायें।

सोनकर अवसरवादी नेता हैः

  • दूसरी तरफ बसपा के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज ने सोनकर को अवसरवादी करार दिया।
  • इंद्रजीत सरोज ने कहा कि मतेश सोनकर को पार्टी ने सम्मान दिया, उन्हें विधायक बनाया गया।

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  • लेकिन वह अवसरवादी व्यक्ति हैं, धोखा देना उनकी फितरत है।
  • सरोज ने कहा कि मतेश सोनकर के पार्टी से बाहर होने का बसपा पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।
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