उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन का असर देखने को मिल रहा है। पिछली सरकार में जहाँ कई गलत काम करने के कारण सपा नेताओं पर कोई कार्यवाई नहीं की गयी थी तो वहीँ भाजपा सरकार के आते ही पिछली समाजवादी पार्टी की सरकार के कई बड़े नेताओं पर कार्यवाई शुरू हो चुकी है। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के करीबी नेता पर बड़ी कार्यवाई की गयी है।

योगी सरकार ने की कार्यवाई :

उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आते ही बदलाव का दौर शुरू हो चुका है। योगी सरकार ने सत्ता में आते ही गन्ना किसानों के करोड़ों रूपये हड़पने वाले लोगों पर कार्यवाई का सिलसिला शुरू कर दिया है। इसी क्रम में राज्य सरकार ने कड़ी कार्यवाई करते हुए वाराणसी में सपा के पूर्व सांसद से 45 करोड़ की वसूली के लिए उंनका होटल और मॉल को कुर्क करने की नोटिस चिपका दी गयी है। सपा के पूर्व सांसद जवाहर जायसवाल की मिल पर लंबे समय से 45 करोड़ का बकाया चल रहा था। जब पूर्व सांसद ने बकाया जमा नहीं किया तो प्रशासन ने उनकी संपत्ति जब्त करना शुरू कर दिया।

2005 में खोली थी चीनी मिल :

सपा के पूर्व सांसद ने साल 2005 में कुशीनगर के पडरौना में बनी जेएचवी शुगर मिल के नाम से संचालन के लिए ली थी। मिल पर काफी समय से किसानों के गन्ने का 45 करोड़ का भुगतान करने का दबाव बना हुआ था। जब देय तिथि तक बकाया जमा नहीं हुआ तो प्रशासन ने कार्यवाई करना शुरू कर दिया। इसी क्रम में कुशीनगर के एसडीएम और तहसीलदार फोर्स के साथ छावनी क्षेत्र में बने सपा के नेता के होटेल और जेएचवी मॉल पर पहुंचे और नोटिस चस्पा कर लौट आये। इस मामले पर अभी तक सपा के पूर्व सांसद ने कोई बयान मीडिया के सामने नहीं आया है।

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