यूपी पॉलिटेक्निक परीक्षा में भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। पॉलिटेक्निक एंट्रेंस परीक्षा के 28 मेघावियों के रि‍जल्‍ट को कैंसि‍ल कर दिया गया है। इनमें 14 दागी कैंडि‍डेट यादव हैं। परीक्षा में दागी कैंडिडेट्स में यादवों का परसेंटेज सबसे ज्यादा है। 10 जून को पॉलिटेक्निक एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट जारी किया गया था।
इससे पहले यूपी पीसीएस परीक्षा में भी यादवों के ज्यादा सिलेक्शन की बात सामने आई थी। और इसके कारण तत्कालीन यूपीपीएससी चेयरमैन अनिल यादव की कुर्सी चली गई थी।
रिजल्ट में गड़बड़ी की आशंका के बाद ज्‍वाइंट डायरेक्टर मनोज कुमार की अध्यक्षता में 4 मेंबर की एक कमिटी को जांच करने को कहा था। जिसके बाद 7 कैंडिडेट ही जाँच कमेटी के सामने उपस्थित हुए और अन्य 21 अनुपस्थित रहे।
28 में से 12 कैंडिडेट टॉप 22 में शामिल थे। जिनमें से 7 स्टूडेंट्स अपने सेंटर का नाम तक सही नहीं लिख पाए जबकि‍ एक ही सेंटर पर परीक्षा दी थी।
फ़िलहाल इस सेंटर को काली सूची में डाल दिया गया है और कॉलेज के प्रिंसिपल पारस कुशवाहा के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
इसके अलावा अन्य सवालों पर भी ये कैंडिडेट्स बगले झांकते नजर आये जिसके बाद परीक्षा परिणामों और इस पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं। इंट्रेंस टेस्ट में पूछे गए सवालों का जवाब तक न दे पाने वाले इन छात्रों की ओएमआर शीट एक ही हैंडराइटिंग में भारी गई थी। इनमें शामिल मेधावियों में तीन लड़कियां भी शामिल हैं। इनमें पारुल यादव का रैंक 9, अमृता का रैंक 11 और कनकलता का रैंक 39 है। इन सभी का रिजल्ट रद्द कर दिया गया है।
जाँच कमेटी द्वारा पूछे गए सवाल और कैंडिडेट्स द्वारा दिए गए जवाब 
रोल नंबर लिखिए ।
आधा अधूरा लि‍खा गया, कुछ ने नहीं लि‍खा और कुछ ने पूरा गलत लि‍खा।
8 की स्‍पेलिंग क्‍या होती है?
ate, eat, eity कुछ नहीं लि‍ख सके।
70 की स्‍पेलिंग क्‍या होती है?
cwnty
सेंटर का नाम क्‍या है?
नहीं पता
बुद्धं शरणं लिखकर बताएं 
कई कैंडिडेट्स ने बुधम लि‍खकर छोड़ दि‍या।
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