गांधी जयंती 2018 पर दया याचिका के तहत छोड़े जाने वाले 60 साल से अधिक उम्र के कैदियों की सूची तैयार करने की कवायद जिला कारागार प्रबंधन ने शुरू कर दी है। कैदियों की जेल में व्यवहार कुशलता, अनुशासन और भौतिक परीक्षण के आधार पर ही उनकी सूची तैयार की जा रही है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय ने बताया कि सकरुलर के आधार पर दया याचिका के तहत गांधी जयंती पर छोड़े जाने वाले कैदियों का ब्योरा इकट्ठा किया जा रहा है। सूची पर अंतिम मोहर राज्यपाल द्वारा लगाई जाएगी। जिसके बाद कैदियों को रिहा किया जाएगा।

केंद्र सरकार के सर्कुलर पर कारागार प्रबंधन ने जेल में बंद 60 साल से अधिक उम्र वाले बंदियों की पड़ताल शुरू कर दी है। दया याचिका के तहत छोड़े जाने वाले कैदियों की सूची तैयार कर जेल से मुख्यालय भेजी जाएगी। जिसके बाद जेल मुख्यालय से उसे राज्यपाल राम नाईक के पास भेजा जाएगा। राज्यपाल सूची पर अंतिम मोहर लगाएंगे। कम समय में अपराधियों के लिए यह सूची तैयार करना भी एक बड़ी चुनौती है। छोड़े जाने वालों में ऐसे कैदी हैं 65 से 70 प्रतिशत अपनी सजा पूरी कर चुके हैं। इसमें से कुछ के परिवारीजनों ने उनकी उम्र और बीमारी का हवाला देते हुए बची हुई सजा को माफ किए जाने के लिए दया याचिका लगाई थी। जिसके आधार पर केंद्र सरकार ने सर्कुलर जारी किया था।

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