आगामी 25 अगस्त 2017 को (Ganesh Chaturthi) गणेश चतुर्थी पर शहर में प्रमुख स्थानों पर बनाए जा रहे पंडालों में भगवान गणेश की प्रतिमाएं स्थापित होंगी। इसकी तैयारी को लेकर शहर की रौनक दिखने लगी है। मूर्तिकारों ने भगवान गणेश की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। वहीं शहर के कई इलाकों में गणेश जी की अद्भुत प्रतिमाएं भी बिकने लगीं हैं। इस बार गणेश चतुर्थी का उत्सव 10 दिन की बजाय 11 दिन तक चलेगा।

गणेश चतुर्थी 2017: महोत्सव के रूप में मनाया जायेगा ‘गणेश उत्सव’

रवि योग में शुरू होगा गणपति महोत्सव

  • गणेश चतुर्थी के महापर्व पर बप्पा का जन्म दोपहर के वक्त हुआ था इसलिए उनका पूजन इसी समय पर किया जाना चाहिए।
  • चतुर्थी तिथि का आरंभ 24 अगस्त की रात 8:27 बजे से हो जाएगा और इसका शुभ समय 25 अगस्त की रात 8:31 बजे तक रहेगा।
  • दोपहर 2:36 तक मंगलकारी रवि योग रहेगा।
  • इस योग में की गई गणपति स्थापना शुभ फल देती है।
  • लोग सुबह में उठकर सोने, चांदी, तांबे और मिट्टी के गणेश भगवान की प्रतिमा स्थापित कर विधि-विधान से पूजा करते हैं। पूजन के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर ब्राह्मणों को दान और भोजन करते हैं।
  • गणेश पूजा में गणपति भगवान को 21 लड्डुओं का भोग भी लगाया जाता है।
  • भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी के 10 दिन तक गणेश उत्सव मनाया जाएगा।
  • श्री गणपति विसर्जन महोत्सव रवि योग में 25 अगस्त को आरंभ होगा।
  • 5 अगस्त अनंत चतुर्दशी पर विसर्जन किया जाएगा। यह तिथि दोपहर 12:41 बजे तक रहेगी तत्पश्चात 12:42 से पूर्णिमा तिथि का आरंभ होगा।
  • 12:41 से पूर्व गणेश विसर्जन करना शास्त्र सम्मत होगा।
  • इसी दिन से पितरों को समर्पित श्राद्ध पक्ष का भी आरंभ होगा।
  • जब गणेश उत्सव का आरंभ होगा तो बीच में 2 दशमी तिथि आएंगी 31 अगस्त और 1 सितंबर इसलिए इस वर्ष एक दिन अधिक बप्पा हमारे घर विराजेंगे।
  • गणेश जी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाने वाला (Ganesh Chaturthi) यह उत्सव इस वर्ष 10 नहीं बल्कि 11 दिनों तक मनाया जाएगा।
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